पांच साल में बीमारू राज्य से बाहर निकला यूपी,अब नम्बर वन अर्थव्यवस्था का लक्ष्य: शाह – Polkhol

पांच साल में बीमारू राज्य से बाहर निकला यूपी,अब नम्बर वन अर्थव्यवस्था का लक्ष्य: शाह

लखनऊ :  केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर निकाल कर उसके गौरव को वापस लौटाने का काम किया जबकि अगले कार्यकाल में प्रदेश को देश की नम्बर एक अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में काम किया जायेगा।

शाह ने यहां प्रबुद्ध जनसंवाद सम्मेलन में कहा कि भाजपा से उत्तर प्रदेश को गौरवशाली,समृद्धशाली, शिक्षित और सांस्कृतिक पहचान वापस दिलाने के एजेंडे पर 2014 से काम कर रही है। रामायणकाल, महाभारतकाल का गवाह उत्तर प्रदेश की पहचान आजादी के आंदोलन से लेकर सांस्कृतिक और राजनीति के केन्द्र के रूप में होती थी मगर समय के साथ यूपी राजनीतिक अस्थरिता की चपेट में आ गया। बार बार मुख्यमंत्री बदलते गये,सरकारें बदलती गयी जिसका प्रभाव प्रदेश की सामाजिक और आर्थिक मोर्चे पर पड़ा और यह राज्य बीमारू राज्य की श्रेणी में आ गया।

उन्होने कहा कि 2013 में सोनिया गांधी- मनमोहन सिंह सरकार के दौरान उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में आराजकता चरम पर थी। सरकार निरूत्तर थी। विश्लेषक कहने लगे थे कि देश राजनीतिक विकलांगता का शिकार हो गया है। इन सबके बीच भाजपा ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लडने का फैसला किया और उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी उन्हे दी गयी जिसका बाद उनका प्रत्यक्ष संपर्क यूपी से हुआ।

शाह ने कहा कि समाज के हर तबके को सपा बसपा के शासनकाल में गर्त में पहुंचाने का काम किया गया। केन्द्र की सत्ता संभालने के बाद पीएम मोदी ने यूपी को आगे ले जाने का प्रयास किया जिसमें सबसे बड़ी बाधा राज्य सरकार बनी जो केन्द्र की हर योजना को वोट बैंक की राजनीति के तहत 20 फीसदी दायरे में संकुचित कर देती थी। जनहित की कई योजनायें दशकों से लंबित पडी थी जिनका उदघाटन नरेन्द्र मोदी ने किया।

प्रदेश में अराजकता और राजनीतिक अस्थिरता के दौरे से बाहर निकालने के लिये भाजपा ने 2017 का चुनाव पांच आयामों को आगे रख कर लड़ा जिसका समर्थन जनता ने किया और भाजपा ने 325 सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत हासिल की। योगी सरकार ने कानून व्यवस्था में सुधार,भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिये काम में पारदर्शिता और सरकार का लोगों के प्रति संवेदनशील रवैया अपना कर काम किया और अपने पांच साल के कार्यकाल में घोषणा पत्र में किये गये 92.6 फीसदी वादे पूरे किये।

उन्होने कहा कि एक जिला एक उत्पाद योजना के वादे असहजता के साथ स्वीकार किया गया था मगर आज यही योजना 80 जिलो में डेढ करोड लोग रोजगार प्रदान कर रही है। योगी के नेतृत्व में पांच साल स्थिरता के साथ सरकार चली। कुछ लोग कह सकते है कि कांग्रेस,सपा और बसपा की सरकारें भी तो स्थिर रही है मगर उनको सिर्फ एक परिवार चलाता था मगर भाजपा में ऐसा नहीं है।

शाह ने कहा कि कानून व्यवस्था में सुधार का ही नतीजा है कि भ्रष्टाचार और माफियाराज के द्योतक आजम खां, शकील अहमद और मुख्तार अंसारी आज जेल में है। कानून व्यवस्था के दुरूस्त होने के कारण प्रदेश में निवेश की संभवानायें बनी और 4.48 लाख करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव योगी सरकार ने हस्ताक्षर किये जिनमें तीन लाख करोड़ के निवेश पर काम भी शुरू हो चुका है।

निवेश के लिये जरूरी मूलभूत ढांचे पर भी मजबूती से काम किया गया। पांच साल में पांच नये एयरपोर्ट अस्तित्व में आये वहीं पांच नये एक्सप्रेस वे बनने से कनेक्टिविटी को नयी दिशा मिली। इसके अलावा हर जिले को जोड़ने वाली 14 हजार 471 किमी सड़कों का चौड़ीकरण और सदृढीकरण किया गया।

उन्होने भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील करते हुये कहा कि इससे उत्तर प्रदेश के साथ साथ देश के विकास के नये आयाम गढे जा सकते है।

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