कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधान सभा को आहूत करने के अह्वान पर सात मार्च को राजभवन भेजे गए एक ज्ञापन में मुख्य सचिव के द्वारा लिखने की गलती मानने पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ शुक्रवार को राज्य के अधिवक्ता एस एन मुखर्जी के साथ बातचीत की।
राज्य विधानसभा के आह्वान पर राज्यपाल ने महाधिवक्ता को इस विवाद पर सलाह के लिए बुलाया था। धनखड़ ने गुरुवार सात मार्च को सदन को दो बजे आयोजित करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा था,“वह राज्य कैबिनेट के निर्णय को स्वीकार कर रहे हैं जिसमें कहा गया है सदन की बैठक मध्य रात्रि दो बजे की जायेगी जो एक तरह का इतिहास होगा।”
धनखड़ के सदन को विषम समय में बुलाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल को फोन कर बताया कि यह लिखने की गलती है तथा उन्होंने श्री धनखड़ को बताया कि सदन की नई बैठक सोमवार को होगी।
मुख्य सचिव ने बाद में एक चिट्ठी भेज कर कहा,“यह खेदजनक है ज्ञापन के पैरा आठ में दिनांक सात मार्चा 2022 को दो बजे रात में लिखने की गलती थी जो दोपहर दो बजे होना था।”
उन्होंने राज्यपाल से निवेदन किया की लिखने की गलती के लिए कृपया क्षमा करें तथा सदन की बैठक सात मार्च 2022 को दोपहर दो बजे से होगी।