इंफाल। नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने सात विधायकों के साथ बुधवार को मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन देने का फैसला किया।
एनपीपी के सभी विधायकों ने राज्यपाल ला गणेशन को समर्थन पत्र सौंपा।
पत्र में कहा गया है,“हम नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के विधानसभा के सभी सदस्य राज्य में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार को एनईडीए और एनडीए के गठबंधन सहयोगी के रूप में समर्थन देना चाहते हैं।”
राज्यपाल को सौंपे गए पत्र में एनपीपी विधायक दल के नेता खुरैजाम लोकेन सिंह, एन काइसी, इरेंगबाम नलिनी देवी, थोंगम शांति सिंह, मायांगलंबम रामेश्वर सिंह, जंगमलुंग पनमेई और शेख नूरुल हसन ने हस्ताक्षर किए।
सरकार में एनपीपी के शामिल होने से 53 सदस्य सत्तारूढ़ समूह हो गए
उल्लेखनीय है कि राज्य में 32 सदस्यों वाली भाजपा को पहले से ही जनता दल (यूनाइटेड) का समर्थन प्राप्त है। अब सरकार में एनपीपी के शामिल होने से 53 सदस्य सत्तारूढ़ समूह हो गए जबकि पांच कांग्रेस सदस्य और दो निर्दलीय विपक्ष में है।
मणिपुर में भाजपा के नेतृत्व वाली पहली सरकार की मुख्य सहयोगी दल एनपीपी थी।
इसके साथ ही एनपीपी के सभी चार विधायकों को उपमुख्यमंत्री के पद सहित मंत्री पद दिया गया था। हालांकि दोनों दलों के बीच चुनावों के दौरान दूरी देखने को मिली थी और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने खुले तौर पर घोषणा की कि भाजपा एनपीपी के साथ चुनाव के बाद कोई गठबंधन नहीं बनाएगी। एनपीपी विधायकों के एक दल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से चर्चा की।