चेन्नई। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को तमिलनाडु के कोयंबटूर के आयकर उपायुक्त और एक लेखा परीक्षक (एक निजी व्यक्ति) को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
आयकर उपायुक्त और एक लेखा परीक्षक के खिलाफ मामला दर्ज
सीबीआई की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि इस संबंध में आयकर उपायुक्त और एक लेखा परीक्षक (निजी व्यक्ति) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।आरोप लगाया गया है कि कोयंबटूर के आयकर उपायुक्त ने लेखा परीक्षक के साथ मिलकर शिकायतकर्ता से 2.50 लाख रुपये की मांग की थी। यह रकम शिकायतकर्ता द्वारा कृषि भूमि की बिक्री से संबंधित मामले सहित आयकर मुद्दों का निपटारा करने को लेकर मांगी गयी थी।
आयकर विभाग ने वर्ष 2017 में शिकायतकर्ता के आवास पर छापेमारी की थी और उक्त मामला आयकर विभाग के पास लंबित है। फरवरी 2022 में उपायुक्त ने कथित तौर पर शिकायतकर्ता से संपर्क किया और उसे अपने कार्यालय आने का निर्देश दिया। तदनुसार, शिकायतकर्ता और लेखा परीक्षक ने आयकर उपायुक्त से मुलाकात की और इस मुद्दे पर चर्चा की।
लोक सेवक के निर्देश पर शिकायतकर्ता से 50,000 रुपये का आंशिक भुगतान स्वीकार किया
शिकायत के आधार पर सीबीआई ने जाल बिछाया। लेखा परीक्षक (निजी व्यक्ति) ने लोक सेवक के निर्देश पर शिकायतकर्ता से 50,000 रुपये का आंशिक भुगतान स्वीकार किया। दोनों आरोपी पकड़े गए।
इसके बाद कोयंबटूर में आरोपी और अन्य व्यक्ति के परिसरों की तलाशी ली गई, जिसमें उपायुक्त के परिसर से आपत्तिजनक दस्तावेज और 5.75 लाख रुपये की नकदी बरामद हुई।
गिरफ्तार आरोपियों को आज सीबीआई मामलों के विशेष न्यायाधीश, कोयंबटूर के समक्ष पेश किया गया, जहां से दोनों को छह अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।