दिल्ली। रक्षा क्षेत्र में भारत और रूस के संबंधों पर एक बार फिर से अमेरिका नजरें टिकाए हुए है। अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन की ओर से कहा गया है कि, भारत अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए रूस पर निर्भर है और यह हतोत्साहित करने वाला है।
जहां एक तरफ अमेरिका भारत और रूस के संबंधों से हमेशा नाराज दिखाई दिया है तो वही दोनों ही देशों के बीच रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए होती रही डील्स हमेशा अमेरिका को रास नहीं आई है इसलिए वह कई बार रूस और भारत के बीच हुई डील को लेकर अपनी नाराजगी भी जताता रहा है।
पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम भारत ही नहीं अन्य देशों के साथ भी बहुत स्पष्ट हैं। हम नहीं चाहते कि कोई भी देश अपनी रक्षा जरूरतों के लिए रूस पर निर्भर रहे। उन्होंने कहा कि भारत के साथ रक्षा साझेदारी के लिए हम प्रतिबद्ध हैं और इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के तरीके तलाशे जा रहे हैंं। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है और हमारे प्रयास जारी रहेंगे।
इससे पहले अमेरिकी विदेश विभाग के काउंसलर डेरेक चॉलेट ने कहा था कि जो बाइडन प्रशासन भारत के रक्षा क्षेत्र में काम करने के लिए उत्सुक है, क्योंकि भारत अपनी रक्षा क्षमताओं और आपूर्तिकर्ताओं में विविधता लाता है।