देहरादून। उत्तराखंड के देहरादून में आन्दोलनरत आउटसोर्स चिकित्सा कर्मियों पर मुकदमा दर्ज किये जाने के विरोध में गुरुवार को कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश महामंत्री (संगठन)विजय सारस्वत के नेतृत्व में पुलिस महानिदेशक को ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में कहा गया है कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में अपनी जान हथेली पर रखकर राज्य के विभिन्न चिकित्सालयों में सेवा देने वाले 2200 आउट सोर्स के इन कर्मियों को राज्य सरकार द्वारा नौकरी से निकाला जाना उनके भविष्य के साथ खिलवाड है। इन कर्मियों द्वारा अपनी जायज मांगों लेकर निकाले गये मार्च के दौरान पुलिस द्वारा मारपीट तथा संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाना सरकार की ‘हिटलरशाही’ को दर्शाता है। प्रतिनिधि मण्डल ने मांग की कि सभी 2200 आउटसोर्स कर्मियों की नौकरी बहाल की जाय तथा मारपीट के लिए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाय।
ज्ञापन देने वालों में पूर्व मंत्री अजय सिंह, प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी, प्रदेश प्रवक्ता सुजाता पाॅल, अमरजीत सिंह, कपिल भाटिया, पुष्कर सारस्वत आदि शामिल थे।