उप चुनाव के लिए बुधवार को कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी ने रिटर्निंग आफिसर हिमांशु कफलटिया के समक्ष दो सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया। पहले सेट में उनके प्रस्तावक पूर्व प्रधान पुनेठी आशा देवी व दूसरे सेट में यूथ कांग्रेस विधानसभा क्षेत्र के पूर्व अध्यक्ष विमल पांडे हैं।
नामांकन से पूर्व नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा, विधायक मनोज तिवारी, गोपाल राणा व सुमित हृदयेश, चम्पावत से पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल, महिला प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला आदि के साथ निर्मला तहसील पहुंचीं। नामांकन कक्ष में वह पूर्व विधायक हेमेश व प्रस्तावकों के साथ गईं।
पार्टी-संगठन में रहतीं हैं सक्रिय
वर्ष 2017 में उन्होंने महिला कोटे से विधान सभा चुनाव के लिए दावेदारी की, लेकिन टिकट नहीं मिल पाया। पार्टी जिलाध्यक्ष रहने के दौरान उन्होंने संगठन को मजबूत करने के काफी प्रयास किए। सरकार के खिलाफ होने वाले आंदोलन में वे बढ़चढ़कर अपनी भागेदारी निभाती रही हैं।
निर्मला दीदी के रूप में मशहूर
सरल स्वभाव के कारण वे पार्टी कार्यकर्ताओं में निर्मला दीदी के नाम से जानी जाती हैं। हाल ही में सम्पन्न विधान सभा चुनाव में पार्टी ने पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल को टिकट दिया था लेकिन वे भाजपा के कैलाश गहतोड़ी से चुनाव हार गए गए थे।
आखिर में बदला नाम
राजनीतिक जानकार मान रहे थे कि कांग्रेस उपचुनाव में भी हेमेश खर्कवाल को ही टिकट देगी। लेकिन आखिर में पार्टी ने सारे अनुमान के उलट निर्मला को उपचुनाव का टिकट देकर उपचुनाव में पार्टी की रणभेरी बजा दी है। कांग्रेस इस बार नए चेहरे पर दांव खेलना चाहती है।
गहतोड़ी का राजनीतिक सफर
वर्ष 1996 से 2002 तक प्रधान
वर्ष 2001 से 2010 तक दो बार कांग्रेस जिलाध्यक्ष रहीं
वर्ष 2004 में जिला पंचायत चुनाव 24 वोट से हारी
वर्ष 2010 में एआईसीसी अध्यक्ष बनी, वर्तमान में पीसीसी सदस्य
वर्ष 2012 में बीसूका अध्यक्ष रही
वर्ष 2015 में महिला सशक्तिकरण उपाध्यक्ष रहीं
वर्ष 2015 से 18 तक राज्य समाज कल्याण बोर्ड अध्यक्ष रहीं