हमारे पुराणों में काशी और ज्ञानवापी दोनों का उल्लेख है। इस्लाम में इन शब्दों का कहीं कोई उल्लेख नहीं। ज्ञानवापी हिंदू-मुस्लिम का विषय नहीं, बल्कि ऐतिहासिक निर्णय लेने का विषय है, ऐतिहासिक परिवर्तन का विषय है। आज मुस्लिम समुदाय उस मुकाम पर खड़ा है, जहां उसे तय करना है कि वह मोहम्मद साहब की शिक्षा को मानने वाले हैं या किसी बादशाह की सियासत को। यह बातें भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहीं।
रविवार को देहरादून में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे सुधांशु त्रिवेदी ने मीडिया से विभिन्न मुद्दों पर विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को बाबर और औरंगजेब की सियासत में फंसने से बचना होगा। आज के मुस्लिम समुदाय का मुगलों से कोई संबंध नहीं है। मुगल मंगोल व उजबेक के वंशज रहे हैं और भारतीय मुसलमान दूर-दूर तक उनसे कोई नाता नहीं रखते।
सुधांशु त्रिवेदी ने महंगाई पर कहा कि सभी देश वैश्विक आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। यूरोप से लेकर एशिया तक इससे प्रभावित हैं। सभी देशों में महंगाई दर बढ़ी है। इस परिस्थिति में भी देश की जनता को राहत देने का प्रयास किया जा रहा है। पेट्रो पदार्थों के दाम सरकार के नियंत्रण में नहीं हैं, ऐसे में टैक्स कम कर राहत देने का कार्य किया जा रहा है।
देश को बदनाम कर रहे राहुल गांधी
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश वैश्विक शक्ति के रूप में उभर कर सामने आ रहा है। ऐसे में राहुल गांधी विदेश में जाकर देश की छवि को धूमिल कर रहे हैं। जिस देश ने भारत को अधीन रखा। वहां राहुल गांधी अपमानजनक और आलोचनात्मक बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले खुद को जोड़े रखे, फिर देश को जोडऩे की बात करे।
पत्रकारिता के प्रति बन रही गलत धारणा
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पत्रकारिता इंडेक्स में भारत के पिछडऩे पर कहा कि बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान आदि राज्यों की सरकार पत्रकारों को धमकाने और जेल में डालने का काम कर रही हैं। इससे देश की पत्रकारिता के प्रति विश्व में गलत धारणा बन रही है।
2047 तक वैश्विक के गुरु रूप में पहचान बनाएगा भारत
विश्व संवाद केंद्र की ओर से नारद जयंती पर सर्वे चौक स्थित सभागार में समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर मुख्य वक्ता भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने शिरकत की। उन्होंने पत्रकारों को सम्मानित करते हुए जनकल्याण के लिए सत्य और तथ्य सामने लाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत वैश्विक गुरु रूप में पहचान स्थापित करेगा।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पत्रकार देवऋषि नारद का ही रूप हैं, जो हमेशा से समाज हित के लिए संकल्पित हैं। पत्रकार धर्म, योग, दर्शन, राजनीती, इतिहास, अध्यात्म एवं आर्थिक विषयों के गहन अध्येता हैं। इन सभी विषयों का तथ्यात्मक विश्लेषण करते हुए समाज को सही दिशा देने का निरंतर कार्य पत्रकार ही करते हैं। बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे आरोग्यम एजुकेशनल ट्रस्ट रुड़की के अध्यक्ष संदीप केडिया ने कहा कि आज के समय में व्यापार करने को लेकर परिस्थितियां काफी अनुकूल हैं। आज कोई भी व्यक्ति अपने रोजगार को शुरू कर सकता है।
इससे पहले विश्व संवाद केंद्र के निदेशक विजय कुमार ने कहा कि नारद ने सदैव लोकहित के लिए संदेशों का संप्रेषण किया। उन्होंने आज के समय में पत्रकारिता और पत्रकारों के महत्व को भी बताया। इस अवसर पर पत्रकारिता के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने के लिए राकेश खंडूड़ी, भूपेंद्र कंडारी, अफजाल अहमद, पारितोष किमोठी, शैलेश नौटियाल, अधीर यादव, भारती सकलानी उनियाल को सम्मानित किया गया।
हिमालय हुंकार का विमोचन
विश्व संवाद केंद्र की जागरण पत्रिका हिमालय हुंकार के विशेषांक स्वाधीनता के 75 वर्ष और मैं का भी विमोचन कार्यक्रम के दौरान किया गया। विशेषांक के संपादक आलोक डंगवाल ने लेख और इनके लेखकों की जानकारी दी।