दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश में ड्रोन प्रौद्योगिकी को लेकर जो उत्साह और ऊर्जा दिखाई देती है उससे स्पष्ट है कि भारत में वैश्विक ड्रोन हब बनने की पूरी क्षमता है।
मोदी ने शुक्रवार को यहां भारत ड्रोन महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि देश में वैश्विक ड्रोन हब बनने की क्षमता है। उन्होंने कहा, “ड्रोन टेक्नॉलॉजी को लेकर भारत में जो उत्साह देखने को मिल रहा है, वो अद्भुत है।
ये जो ऊर्जा नज़र आ रही है, वो भारत में ड्रोन सर्विस और ड्रोन आधारित इंडस्ट्री की लंबी छलांग का प्रतिबिंब है। ये भारत में रोजगार सृजन के एक उभरते हुए बड़े सेक्टर की संभावनाएं दिखाती है।”
देश में ड्रोन उद्योग को बढ़ावा देने की सरकार की नीतियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “आठ वर्ष पहले यही वो समय था, जब भारत में हमने सुशासन के नए मंत्रों को लागू करने की शुरुआत की थी। न्यूनतम सरकार अधिकतम शासन के रास्ते पर चलते हुए, जीवन और व्यापार को सुगम बनाने को हमने प्राथमिकता बनाया। पहले की सरकारों के समय टेक्नॉलॉजी को समस्या का हिस्सा समझा गया, उसको गरीब विरोधी साबित करने की कोशिशें हुईं। इस कारण 2014 से पहले गवर्नेंस में टेक्नॉलॉजी के उपयोग को लेकर उदासीनता का वातावरण रहा। इसका सबसे अधिक नुकसान गरीब को हुआ, वंचित को हुआ, मिडिल क्लास को हुआ।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रौद्योगिकी की मदद से अब महिलाओं, किसानों और विद्यार्थियों को सीधे सरकार से मदद मिल रही है । प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ड्रोन प्रौद्योगिकी के कारण इसमें क्रांति आई है।
उन्होंने कहा कि ड्रोन टेक्नोलॉजी कैसे एक बड़ी क्रांति का आधार बन रही है, इसका एक उदाहरण पीएम स्वामित्व योजना भी है।