इस्लामाबाद। पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने शनिवार को 16 अरब रुपये के धनशोधन मामले में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, उनके पुत्र एवं पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री हमजा शहबाज की गिरफ्तारी की मांग की।
रिपोर्ट के मुताबिक एफआईए ने विशेष अदालत (सेंट्रल-आई) को बताया है कि एजेंसी पिता और पुत्र की दोनों के खिलाफ दर्ज 16 अरब रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनको गिरफ्तार करना चाहती है।
अदालत में शनिवार की सुनवाई के दौरान एजेंसी के वकील ने कहा कि वे ‘जांच का हिस्सा नहीं हैं।’ हमजा के वकील ने हालांकि दावों का खंडन किया और एफआईए पर अदालत को गुमराह करने का आरोप लगाया।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के दोनों नेताओं के वकील ने जिरह के दौरान कहा कि एफआईए पिछले डेढ़ साल से जांच कर रही है और वह उनके खिलाफ कोई भी सबूत अदालत में पेश करने में असमर्थ रही है।

वकील ने अदालत को बताया कि कि जब वे जेल में थे तब एफआईए ने उनसे पूछताछ की थी।
रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर 2021 में एजेंसी ने चीनी घोटाला मामले में कथित तौर पर 16 अरब रुपये की हेराफेरी में शामिल होने के लिए अदालत में श्री शहबाज और श्री हमजा के खिलाफ ‘चालान’ दायर किया था।
एफआईए की रिपोर्ट के अनुसार टीम ने शहबाज परिवार के 28 बेनामी खातों का पता लगाया है, जिसके माध्यम से 2008 से 2018 के दौरान 16.3 अरब रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की गई थी। एफआईए ने 17,000 क्रेडिट लेनदेन के मनी ट्रेल की जांच की है।
उल्लेखनीय है कि अदालत ने पिछली सुनवाई के दौरान प्रधानमंत्री शहबाज और उनके पुत्र हमजा शहबाज की अंतरिम जमानत को 04 जून तक के लिए बढ़ा दिया था।