सहारनपुर। सहारनपुर जिले में शुक्रवार को सहारनपुर नगर और देवबंद में जुमे की नमाज के बाद नारेबाजी और उपद्रव करने के मामले में स्थानीय पुलिस ने अब तक 64 संदिग्धाें को गिरफ्तार कर लिया है।
सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि इन सभी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मुकदमा कायम होगा। इस बीच हिंसा एवं उपद्रव फैलाने वाले आरोपियों की संपत्ति को बुलडोजर से ध्वस्त करने की कार्रवाई भी शुरु हो गयी है।
पुलिस एवं स्थानीय प्रशासन ने बुलडोजर से कोतवाली देहात इलाके की राहत कालोनी निवासी मुजम्मिल पुत्र अस्मत और खाता खेड़ी गांव के रहने वाले अब्दुल वाकर पुत्र विलाल के मकान को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। तोमर ने बताया कि पुलिस ने हिंसा मामले में सहारनपुर नगर कोतवाली में करीब 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। जिनमें से 83 लोग नामजद थे। देवबंद में भी करीब 50-60 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
सहारनपुर देहात पुलिस ने तीन युवकों सादाब, साहिब और बिलाल को गांव शेखपुर कदीम में आज सुबह आपत्तिजनक और भडकाऊ पोस्टर चिपकाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। थानाध्यक्ष मनोज कुमार चहल ने बताया कि तीन गिरफ्तार युवकों समेत छह युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जिनमें सिकंदर, अंजीम और शाहिल की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 64 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें उपद्रव वाले सहारनपुर नगर कोतवाली क्षेत्र में 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस निरीक्षक अशोक सोलंकी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।
वारदात के वक्त घंटाघर पर कमिश्नर डा लोकेश एम, आईजी डा. प्रीतिन्द्र सिंह, डीएम अखिलेश सिंह, एसएसपी आकाश तोमर, एसपी सिटी राजेश कुमार आदि मौजूद थे और कई मुस्लिम पार्षदों ने बेकाबू भीड़ को समझाने बुझाने की कोशिश की। इसके बावजूद भीड़ में शामिल अराजक तत्वों ने नेहरू मार्केट, प्रताप मार्केट और शहीद गंज के बाजारों में पूरी अराजकता फैलाई। जिससे व्यापारियों में डर और दहशत पैदा हो गई।
इस दौरान धर्मगुरू और विभिन्न दलों के जनप्रतिनिधि स्थानीय लोगाें और व्यापारियों से शांति कायम करने की लगातार अपील कर रहे हैं। पुलिस निरीक्षक नगर कोतवाली अशोक सोलंकी ने बताया कि इस मामले में उपद्रवियों के खिलाफ दंड विधान की सुसंगत धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें सात मामले क्रिमिनल एक्ट और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धारा 3/4 प्रोपर्टी डेमेज एक्ट के तहत भी दर्ज किये गये हैं। उपद्रव में कम से कम 300 लोग शामिल पाये गये। पुलिस महकमा लगातार सीसीटीवी फुटेज के आधार पर असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिये दबिश दे रहा है।
तोमर ने कहा कि इस उपद्रव के पीछे सुनियोजित साजिश या किसी संगठन की भूमिका होने सहित अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है। उपद्रवियों में ज्यादातर किशोर एवं युवक शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक सहारनपुर की जामा मस्जिद और देवबद की रसीदिया मस्जिद में अपनी जेबों से पोस्टर, बैनर, पंपलेट निकालकर हवा में लहराए और माहौल में उत्तेजना पैदा करने की कोशिश की। इस दौरान जमकर नारेबाजी की। पूरे जिले में पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से हाई अलर्ट पर था।
उन्होंने बताया कि प्रशासन अभी भी इस मामले में सतर्कता बरत रहा है। पुलिस की गश्त जारी है। उपद्रवियों पर नजर रखी जा रही है। खुफिया विभाग से भी इस दिशा में सक्रिय रहने के निर्देश गए है। तोमर ने कहा कि फिलहाल जिले की स्थिति शनिवार को स्थिति नियंत्रण में, शातिपूर्ण एवं सामान्य है।