सहारनपुर, 13 जून (वार्ता) उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में गत सप्ताह शुक्रवार को उपद्रवियों की हिंसा के मामले में दर्ज किये गये तीन मुकदमों में अब तक 102 संदिग्धों को हिरासत में लिया जा चुका है।
सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने सोमवार को बताया कि सहारनपुर महानगर और कस्बा देबवंद के दारूल उलूम क्षेत्र हुडदंगियों और उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज की थी। इनमें से 84 संदिग्धों को उपद्रव फैलाने और 18 को घृणा फैलाने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। समुदाय विशेष के लोगों को ही निशाना बनाने के आरोपों से बचने के लिये पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों में स्पष्ट किया गया है कि घृणा फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किये गये 18 लोगों में 12 मुस्लिम और छह हिंदू हैं।
सहारनपुर के जिलाधिकारी अखिलेश यादव ने आज कहा कि समूचे जिले में स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण और सामान्य बनी हुई है। लेकिन संवेदनशील इलाकों में पुलिस की गश्ती और तैनाती अभी जारी है। तोमर ने बताया कि ऐसे कई आरोपी हैं जिनको पुलिस चिन्हित कर चुकी है। तमाम संदिग्ध आरोपियों के घर पर पुलिस दबिश दे रही है, लेकिन इनमें से ज्यादातर आरोपी फरार हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिनों में 84 आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। अभी तक पुलिस को इन घटनाओं के पीछे छिपे चेहरों का पता नहीं चल पाया है। आरोपियों की शिनाख्त के लिए एसएसपी ने साइबर सेल को भी लगाया है। जेल भेजे गए आरोपियों पर रासुका लगाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
तोमर ने बताया कि पुलिस ने जिले में अभी तक दो आरोपियों के घरों को बुलडोजर से ध्वस्त किया है। बाकी आरोपियों के घरों पर भी बुलडोजर चलेगा। एसएसपी ने आगे बताया कि जांच में ऐसे 23 इलाके चिन्हित किए गए हैं जहां से उपद्रवियों की भीड़ निकली थी। माहौल खराब करने वालों पर पुलिस कड़ी निगरानी रख रही है। चिन्हित किए गए 23 इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।