लंदन। इयोन मोर्गन अपनी फ़िटनेस को ध्यान में रखते हुए कुछ सीमित ओवरों के अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबलों के लिए खु़द को आराम देंगे, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा है कि वह टीम को “विश्व कप जीतने मदद” कर सकते हैं।
वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ खेली गई टी20 सीरीज़ के दौरान इयोन मोर्गन ने सभी मैच खेले थे। इस दौरान उनके पैर की मांसपेशियों में चोट लगी थी। इसके बाद मिडिलसेक्स के साथ खेलते हुए भी उनके कमर में चोट लगी थी। हालांकि उन्हें उम्मीद है कि वह नीदरलैंड्स के ख़िलाफ़ वह सभी वनडे मैच खेलेंगे।
सीमित ओवरों के कप्तान के रूप में उनके प्रदर्शन पर कई सवाल उठाए गए थे। उन्होंने पिछले 18 महीनों में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सिर्फ़ एक अर्धशतक बनाया है। साथ ही घरेलू टी 20 क्रिकेट में उन्होंने एक भी पचासा नहीं लगाया है। हालांकि उनका यह इरादा है कि वह कम से कम टी 20 विश्व कप तक टीम के साथ बने रहें।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह भारत में होने वाले वनडे विश्व कप में भी टीम की कमान संभालेंगे? इसके जवाब में मॉर्गन ने कहा,’उसमें अभी काफ़ी समय है। मुझे पहले टी 20 विश्व कप के बारे में सोचना है। मैं कोशिश करूंगा कि टीम की सफलता में अधिक से अधिक योगदान दूं। मैं कप्तानी शुरू करने के बाद से सभी के साथ जितना ईमानदार था, अभी भी उतना ही ईमानदार रहूंगा। फ़िलहाल मुझे अभी भी ऐसा लगता है कि मैं योगदान दे रहा हूं और अभी भी ऐसा महसूस करता हूं कि मैं विश्व कप जीतने में टीम की मदद कर सकता हूं।’
इंग्लैंड के नए सफेद गेंद के कोच मैथ्यू मोट ने बुधवार को अपनी पहली प्रेस वार्ता में इयोन मोर्गन का समर्थन किया। ‘वह हमेशा कहते है कि वह टीम में फ़ार्म और योग्यता के आधार पर चुना जाना चाहते हैं और जब उन्हें लगेगा कि वह टीम में योगदान नहीं दे पाएंगे तो टीम से अलग हो जाएंगे।’
‘महान खिलाड़ी अलग-अलग समय पर रन बनाते हैं और कभी-कभी आप एक स्विच दबाते हैं और सब कुछ अचानक से बदल जाता है। इसके बाद आपको आश्चर्य होता है कि आख़िर यह कैसे हो गया। जब वह टीम में बात करते हैं तो सभी लोग काफ़ी ध्यान से उनकी बातों को सुनते हैं। वह आने वाले समय में काफ़ी बढ़िया प्रदर्शन करने वाले हैं।’
इयोन मोर्गन ने कहा कि वह तीनों वनडे मैच खेलने के लिए 100% प्रतिबद्ध हैं। हालांकि वह आने वाले समय में इंग्लैंड के छह टी20 मैचों में में से कम से कम दो मैच शायद नहीं खेल पाएंगे।’