हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन में परवाणू टिंबर ट्रेल में तकनीकी दिक्कत आने के कारण 13 पर्यटक फंस गए। इन्हें रेस्क्यू करने के लिए दूसरी केबल कार ट्राली भेजी गई है। जिला सोलन पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है व रेस्क्यू कार्य शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है तीन पर्यटकों को रेस्क्यू कर लिया गया है। पुलिस व प्रशासन मौके पर हैं।
प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार शाफ्ट टूटने से दो रोपवे ट्राली फंस गई। ऊपर जाने वाली ट्राली में तीन पर्यटक थे, जिन्हें रेस्क्यू कर लिया गया है। वहीं, ऊपर से नीचे की तरफ आ रही रोपवे ट्राली में दस पर्यटक फंसे हुए हैं, जिन्हें रेस्क्यू करने का अभियान चलाया हुआ है। रेस्क्यू टीम ने दिल्ली निवासी अंजू गर्ग को रेस्क्यू कर लिया है। महिला गर्भवती है व अब सकुशल रेस्क्यू कर ली गई है।
11 अक्टूबर 1992 को भी यहां हादसा हुआ था, कई दिन तक दस लोग इसमें फंसे रहे थे व एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। यह रोपवे ट्राली टिंबर ट्रेल रिसोर्ट की है। शिमला परवाणू हाईवे से ठीक पार पहाड़ी पर यह रिसोर्ट है। इस रिसोर्ट तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं है। रोपवे ट्राली के सहारे ही पर्यटक यहां तक पहुंचते हैं। शिमला की ओर जाने वाले काफी पर्यटक इस रिसोर्ट में रुकते हैं। चंडीगढ़ से भी इसकी दूरी ज्यादा नहीं है। ऐसे में चंडीगढ़ के लोग वीकेंड पर पहाड़ी पर स्थित इस रिसोर्ट में लंच व डिनर करने के लिए पहुंच जाते हैं।
वीकेंड के बाद सोमवार को पर्यटकों को इतनी भीड़ नहीं थी। लेकिन इस बीच तकनीकी दिक्कत आ जाने के कारण पर्यटकों की ट्राली हवा में अटक गई।