दिल्ली। दिल्ली सरकार ने स्कूली बच्चों में एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट को बढ़ावा देने, देशभक्ति की भावना विकसित करने और हैप्पीनेस को उनके जीवन का हिस्सा बनाने के लिए इस शैक्षणिक वर्ष में शिक्षा निदेशालय के स्कूलों, सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों व मान्यता प्राप्त अनएडेड स्कूलों के लिए नया असेसमेंट गाइडलाइन्स तैयार किया है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को कहा,“वर्तमान समय की आवश्यकताओं को देखते हुए ये बेहद जरुरी है कि हमारे स्कूलों में कम्पीटेंसी बेस्ड एजुकेशन पर फोकस किया जाए जो वास्तविक दुनिया की चुनौतियों से लड़ने में हमारे बच्चों की क्षमताओं को विकसित करें।”
सिसोदिया ने कहा कि नए असेसमेंट गाइडलाइन्स के अनुसार, बच्चों का मूल्यांकन पाठ्यक्रम की सामग्री के आधार पर नहीं बल्कि विभिन्न वास्तविक जीवन परिस्थितियों में उनकी समझ को लागू करने की क्षमता के आधार पर किया जाएगा। यह नया असेसमेंट गाइडलाइन्स हमारे स्कूली छात्रों को समाज की बेहतरी में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करेगा । उन्होंने कहा कि इन करिकुलामों को स्कूलों में अपनाए हुए काफी समय हो चुका है और अब इन्हें मूल्यांकन प्रक्रिया में शामिल करने का सही समय है।
नए असेसमेंट गाइडलाइन्स के अनुसार, कक्षा 3-8 के बच्चों का मूल्यांकन हप्पिनेस करिकुलम और देशभक्ति करिकुलम के लिए किया जाएगा, जबकि कक्षा 9 और कक्षा 11 के छात्रों का मूल्यांकन देशभक्ति और एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम के लिए किया जाएगा। साथ ही कक्षा 11 के छात्रों के लिए असेसमेंट का एक अलग क्राइटेरिया होगा जहाँ आंकलन में बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम में उनकी भागीदारी भी होगी।
उल्लेखनीय है कि माइंडसेट करिकुलम का असेसमेंट में किसी कंटेंट का असेसमेंट नहीं किया जाएगा बल्कि इनके माध्यम से बच्चों ने क्या सीखा व उनके व्यवहार में क्या परिवर्तन आया इसका आंकलन किया जाएगा।