दिल्ली। विनिर्माण और बिजली क्षेत्र के अच्छे प्रदर्शन की बदौलत देश में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी)पर आधारित औद्योगिक उत्पादन वृद्धि मई 2022 में पिछले वर्ष इसी माह की तुलना में 19.6 प्रतिशत रही। अप्रैल,2022 में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत थी।
मई 2021 में औद्योगिक वद्धि 27.6 प्रतिशत थी लेकिन उसमें मुख्य रूप से कोविड-19 महामारी के कारण एक साल पहले के निम्न-तुलनात्मक आधार का प्रभाव था।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, मई, 2022 में विनिर्माण क्षेत्र में 20.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई। समीक्षाधीन माह के दौरान बिजली और खनन क्षेत्र के उत्पादन में क्रमश: 23.5 प्रतिशत और 10.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
आलोच्य माह के दौरान प्राथमिक वस्तुओं का उत्पादन सालाना आधार पर 17.7 प्रतिशत ऊंचा रहा जबकि पूंजीगत वस्तुओं के उत्पादन में 54 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई।
माह के दौरान माध्यमिक वस्तुओं ,अवसंरचना / निर्माण उद्योग और टिकाऊ उपभोक्ता सामान उद्योग में सालाना आधार पर क्रमश: 17.9 फीसदी, 18.2 फीसदी और 58.5 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। इस अवधि के दौरान गैर-टिकाऊ उपभोक्ता वस्तु उद्योग में 0.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
रेटिंग एजेंसी इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कोविड पूर्व 2016 के मई माह की तुलना में इस वर्ष मई के औद्योगिक उत्पादन के परिणा को मिली-जुला बताया। उन्होंने कहा कि पूंजीगत सामान तथा टिकाऊ और गैर उपभोक्ता टिकाऊ उपभोक्ता समान उद्योग का प्रदर्शन अभी भी कोविड पूर्व के स्तर से पीछे है लेकिन प्राथमिक वस्तु, अवसंरचना और माध्यमिक वस्तु उद्योग क्षेत्र ने मई में अच्छा प्रदर्शन दर्ज किया है।