इंग्लैंड के बर्मिंघम में आज होने जा रहे कामनवेल्थ गेम्स में उत्तराखंड के पांच खिलाड़ी भी अपना दमखम दिखाते हुए आएंगे नजर – Polkhol

इंग्लैंड के बर्मिंघम में आज होने जा रहे कामनवेल्थ गेम्स में उत्तराखंड के पांच खिलाड़ी भी अपना दमखम दिखाते हुए आएंगे नजर

देहरादून : इंग्लैंड के बर्मिंघम में आज होने जा रहे कामनवेल्थ गेम्स में उत्तराखंड के पांच खिलाड़ी भी अपना दमखम दिखाते हुए नजर आएंगे। सभी खिलाड़ी अलग-अलग खेलों में देश के लिए पदक जीतने को मैदान में उतरेंगे।

इनमें एथलेटिक्स में नितेंद्र सिंह रावत, हाकी में वंदना कटारिया, बैडमिंटन में लक्ष्य सेन, स्विमिंग में कुशाग्र रावत और क्रिकेट में स्नेह राणा हिस्सा शामिल हैं। इनके अलावा उत्तराखंड के तीन कोच भी खिलाड़ियों को सपोर्ट करते हुए नजर आएंगे।

इनमें भारतीय महिला बाक्सिंग टीम के मुख्य कोच पिथौरागढ़ निवासी भास्कर चंद्र भट्ट, भारतीय पुरुष बाक्सिंग टीम के सहायक प्रशिक्षक हल्द्वानी निवासी ललित प्रसाद और कोटद्वार निवासी हाकी कोच दीपक जोशी शामिल हैं।

नितेंद्र सिंह रावत : मैराथन धावक

मूल रूप से गरुड़, बागेश्वर निवासी नितेंद्र सिंह रावत (Nitendra Singh Rawat) वर्ष 2016 में रियो ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। नितेंद्र पूर्व में कामनवेल्थ सहित अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुके हैं। दिल्ली में हुई मैराथन में नितेंद्र सिंह रावत ने दो घंटे 26 मिनट का समय निकालकर स्वर्ण पदक जीतकर कामनवेल्थ गेम्स का टिकट पक्का किया।

वंदना कटारिया : हाकी

अर्जुन पुरस्कार व पद्मश्री से सम्मानित वंदना कटारिया मूल रूप से हरिद्वार निवासी हैं। वंदना भारतीय महिला हाकी टीम की मुख्य सदस्य हैं। उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध हैट्रिक लगाई थी। यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। टोक्यो ओलिंपिक के प्रदर्शन के बाद वंदना कटारिया को अर्जुन पुरस्कार, पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। उत्तराखंड सरकार ने उन्हें महिला सशक्तीकरण अभियान की ब्रांड एंबेसडर बनाया है।

लक्ष्य सेन : बैडमिंटन

मूल रूप से अल्मोड़ा के रहने वाले लक्ष्य सेन भारतीय बैडमिंटन टीम  के मुख्य शटलर हैं। भारत को थामस कप जिताने में लक्ष्य सेन की अहम भूमिका रही है। लक्ष्य सेन यूथ ओलिंपिक में रजत पदक, वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक समेत कई अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत को पदक दिला चुके हैं। लक्ष्य जूनियर रैंकिंग में पहले पायदान पर रह चुके हैं।

कुशाग्र रावत : स्वीमिंग

दिल्ली में जन्में कुशाग्र रावत के पिता हुकुम सिंह मूल रूप से चमोमी के कफलोड़ी गांव के रहने वाले हैं। कुशाग्र ने बीते वर्ष दिल्ली में हुए राष्ट्रीय खेलों में दिल्ली के लिए तीन स्वर्ण व एक रजत पदक जीता था। कुशाग्र 400 मीटर, 800 मीटर व 1500 मीटर फ्रीस्टाइल में हिस्सा लेंगे। कामनवेल्थ गेम्स में कुशाग्र से पदक की उम्मीद है।

स्नेह राणा : क्रिकेटर

देहरादून की स्नेह राणा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की अहम खिलाड़ी हैं। स्नेह राणा टीम में आलराउंडर की भूमिका निभाती हैं। कई मौकों पर स्नेह ने गेंद और बल्ले से अहम योगदान देकर भारतीय टीम को जीत भी दिलाई है। उन्होंने महिला विश्व कप क्रिक्रेट में पाकिस्तान के विरुद्ध अर्द्धशतक लगाने के साथ ही दो विकेट भी लिए थे।

स्नेह ने अपने टेस्ट करियर के पदार्पण मैच में शानदार प्रदर्शन कर टीम को हार से बचाया था। इसके बाद कई विरेंद्र सहवाग समेत कई महान क्रिकेटर्स ने उनकी जमकर प्रशंसा की थी। इस बार कामनवेल्थ गेम्स में महिला क्रिकेट भी शामिल हैं। ऐसे में भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल स्नेह से एक बार फिर से सभी देश व प्रदेशवासियों को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।

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