नैनीताल। उत्तराखंड पुलिस ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर नशे के सौदागरों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस ने छत्तीसगढ़ के सुकमा से लेकर उत्तराखंड तक फैले एक अंतर्राज्यीय गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है और आरोपियों से 1.55 कुंतल गांजा भी बरामद किया है।
उधमसिंह नगर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार विशेष अभियान समूह (एसओजी) की ओर से नशे के सौदागरों के खिलाफ कुछ समय पहले बड़ी कार्रवाई शुरू कर रूद्रपुर के राकेश साहनी नामक गिरोह का पर्दाफाश किया गया था। इस गिरोह के तार छत्तीसगढ़ के सुकमा के दुर्गम इलाके से लेकर उत्तराखंड के तराई तक फैले थे। गिरोह योजनाबद्ध तरीके से गांजा की तस्करी में लगा था।
एसओजी उधमसिंह नगर इस गिरोह के सरगना राकेश साहनी उर्फ पेंटर निवासी भूरारानी, रूद्रपुर, उधमसिंह नगर को पहले गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। गिरोह के अन्य सदस्यों में राकेश साहनी का भाई रमेश साहनी, भतीजा मुकेश साहनी भी शामिल हैं। इनके खिलाफ उधमसिंह नगर के सितारगंज, रूद्रपुर और ट्रांजिट कैम्प थानों में गांजा तस्करी के मामले में चार मामले दर्ज हैं। अदालत ने दोनों के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किये हैं।
गिरोह का एक सदस्य रमेश साहनी पहले छत्तीसगढ़ के सुकमा में रहता था और तभी से उसके तार नशे के सौदागरों से रहे हैं। पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन बाकी सदस्य फरार थे। उधमसिंह नगर एसओजी के लिये आरोपियों को पकड़ना टेढ़ी खीर साबित हो रहा था।
इसके बाद उत्तराखंड की एसओजी की ओर से उप्र और मध्यप्रदेश की एसओजी से सम्पर्क किया गया और गिरोह के बाकी सदस्यों को पकड़ने के लिये आगरा और मुरैना एसओजी के साथ मिलकर जाल फैलाया गया। मुखबिर की सटीक सूचना पर उधमसिंह नगर एसओजी प्रभारी कमलेश भट्ट की अगुवाई में एक टीम आगरा और मुरैना पहुंची और तीनों के संयुक्त अभियान के बाद गिरोह के पांच सदस्यों को मुुरैना से गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार सदस्यों में रमेश साहनी, निवासी सरस्वती विहार, भूरारानी, रूद्रपुर, उधमसिंह नगर और प्रह्लाद निवासी जैनपुर हथीन, पलवल, हरियाणा, घनश्याम निवासी बजारा पहाड़ी, थाना हथीन, पलवल, हरियाणा, देव सिंह चौहान और कृष्णा पंचाल निवासी अलालपुर, पलवल, हरियाणा शामिल हैं। आरोपियों के पास से 1.55 कुंतल गाजा भी बरामद किया गया है। जिसे वह सुकमा से दो कारों से लेकर आ रहे थे।
भट्ट ने बताया कि यह बड़ी सफलता है और पहली बार दो राज्यों के साथ मिलकर बड़ी कार्रवाई की गयी है। उन्होंने बताया कि आरोपी शातिर किस्म के हैं और उधमसिंह नगर पुलिस लंबे समय से इनकी टोह ले रही थी, लेकिन दिल्ली सीमा पर पहुंचते ही आरोपी मोबाइल फोन बदल लेते थे। इसलिये उधमसिंह नगर एसओजी की योजना धरी की धरी रह जाती थी। इसके बाद इन्हें उप्र और मध्यप्रदेश की सीमा में पकड़ने की योजना बनायी गयी।