इटावा। इटावा में सैफई मेडिकल यूनीवसिर्टी के अधीन निर्माणाधीन 500 बैड के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के निर्माण कार्य में ढिलायी बरतने का आरोप लगाते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जनता को अपनी संकीर्ण सोच और राजनीति का शिकार बनाने से परहेज करना चाहिये।
यादव ने गुरूवार को अपने गांव सैफई मे निर्माणाधीन 500 बैड के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को जल्द पूरा किये जाने की मांग करते हुये कहा कि राजनीतिक विद्वेषवश सपा के समय किये गये जनहितकारी कार्यो पर भाजपा धूल ना डाले और जनता को अपनी संकीर्ण सोच और राजनीति का शिकार ना बनाए ।
उन्होने इससे पहले कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर ए.के.सिंह से निर्माण कार्य के बारे में जानकारी हासिल की। उन्होने कहा कि समाजवादी सरकार में साल 2016 में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का कार्य शुरू किया गया था जिसके काम को राजनैतिक विद्वेष की भावना के चलते भाजपा सरकार ने रोक दिया है ।
सपा सूत्रों ने बताया कि अखिलेश अब सैफई में अधूरे पड़े प्रोजेक्टों का मुद्दा विधानसभा में उठाएंगे। सैफई मेडिकल यूनीवसिर्टी के 500 बेड सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पिछले सात वर्षों से बजट के अभाव में निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। अगर समय अनुसार बजट मिल जाता तो वर्ष 2018 में ही अस्पताल सुचारू रूप से चालू हो जाता मरीजों को जिसका फायदा मिलना शुरू हो जाता।
सूत्रों ने बताया कि सपा शासनकाल में साल 2014 में 500 बेड के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाने का फैसला लिया गया था । उस समय इसकी लागत 333.56 करोड़ थी, जो 2016 में बढ़कर 463.28 करोड़ रुपये हो गई थी।
वर्ष 2018 में इस योजना की लागत 537.26 करोड़ रुपये बढ़कर हो गई। यह संशोधित लागत काफी अधिक थी। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद सैफई में विकास कार्य रोक दिए गए। बाद में इसकी लागत को कम करने के लिए 25 मार्च 2019 को शासन स्तर पर एक समिति का गठन किया गया। समिति की रिपोर्ट और संस्तुति के आधार पर योजना का फिर परीक्षण किया गया। इसके बाद योजना की लागत घटकर 489.88 करोड़ रह गई थी।
शासन ने 29 नवंबर 2021 को 25 करोड़ रुपये जारी कर दिए थे। जिसको मिलाकर अब तक कुल 420 करोड़ रुपये इस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के निर्माण के लिए मिल चुके हैं। अब करीब 60 करोड़ की और जरूरत है।