बलिया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आददित्यनाथ ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान बलिया के अमर सपूत मंगल पांडे की शहादत को नमन करते हुए शुक्रवार को ‘बलिया बलिदान दिवस’ पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
बलिया के दौरे पर आये मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम में मंगल पांडे के अदम्य साहस को याद किया। उन्होंने कहा, “अंग्रेजों के विरुद्ध बैरकपुर छावनी में आजादी की चिंगारी जलाने वाले महान क्रांतिकारी मंगल पांडे जी बलिया की धरती के लाल थे। आज ‘बलिया बलिदान दिवस’ के अवसर पर उनकी धरती पर आकर मैं अभिभूत हूं। उन्हें कोटि-कोटि नमन।”
योगी ने जंग ए आजादी में बलिया के क्रांतिवीरों के योगदान भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने जिस ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का आह्वान किया था, वह आंदोलन बलिया में महान क्रांतिकारी चित्तू पांडेय जी के नेतृत्व में आगे बढ़ा था।”
इस दौरान योगी ने आजादी के बाद लोकतंत्र को कुचलने की साजिश को नाकाम करने में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के संघर्ष को भी याद किया। उन्होंने कहा, “देश की आजादी के बाद, जब स्वतंत्र भारत के संविधान व लोकतंत्र को कुचलने का कार्य कुछ लोगों ने किया था, तब भी जयप्रकाश नारायण जी के नेतृत्व में बलिया ने हुंकार भरी थी। उस पूरी लड़ाई में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर जी का योगदान अविस्मरणीय है।”
बलिया बलिदान दिवस के अवसर पर योगी ने जंग ए आजादी के अमर बलिदानियों को नमन करते हुए योगी ने कहा, “बलिया बलिदान दिवस पर सभी क्रांतिकारियों को भावपूर्ण नमन। महान क्रांतिकारी चित्तू पांडेय के नेतृत्व में आज ही के दिन वर्ष 1942 में, जनपद बलिया में ‘स्वराज के सूर्योदय’ की किरण चमकी थी। भारतीय शौर्य की परिचायक यह ऐतिहासिक घटना हम सभी को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी।” इस दौरान योगी ने बलिया बलिदान दिवस कार्यक्रम में भी शिरकत की। उन्होंने कहा कि ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ की शृंखला में स्वतंत्रता आंदोलन में क्रांति का अनुपम अध्याय जोड़ने वाली भूमि, महर्षि भृगु की तपोस्थली जनपद बलिया में आयोजित ‘बलिया बलिदान दिवस समारोह में शामिल हाेकर वह अभिभूत महसूस कर रहे हैं।
इस बीच उन्होंने बलिया जेल में क्रांतिकारी राजकुमार बाघ की प्रतिमा पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, “आज ‘बलिया बलिदान दिवस’ पर क्रांतिभूमि बलिया के जिला कारागार में अमर क्रांतिकारी राजकुमार बाघ की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। माँ भारती के वीर सपूतों का बलिदान हम सभी के लिए महान प्रेरणा है।”