दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को विश्वास हासिल किए जिसमें सत्तापक्ष को 58 मत मिले।
दिल्ली विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज ‘विश्वास प्रस्ताव’ पर सदन को संबोधित करते हुए कहा कि अभी कुछ दिन पहले इन लोगों ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ पूरी मनगढ़ंत और झूठी एफआईआर दर्ज किया कि वह शराब नीति में पैसे खा गए। उन्होंने कहा “ हम लोग सार्वजनिक जीवन में हैं। सार्वजनिक जीवन में आदमी को किसी भी तरह की जांच पड़ताल के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। मुझे बेहद खुशी है कि तुरंत मनीष सिसोदिया ने बयान दिया कि मैं सब तरह की जांच के लिए तैयार हूं। सीबीआई और ईडी जो जांच करना चाहे, वो जांच कर ले।”
केजरीवाल ने कहा कि सिसोदिया ने धमकी नहीं दी कि तुम्हारे उपर मानहानि का मामला दायर कर दूंगा। सीबीआई ने 14 घंटे तक वो पैसा ढूंढा। सबकुछ देखा। गद्दे और तकिए तक फाड़े और दीवारों की भी जांच की। लेकिन उनको कुछ नहीं मिला और 14 घंटे की लंबी जांच के बाद वो चले गए। इसके अलावा, सीबीआई ने मनीष सिसोदिया से छह-सात घंटे तक गहन पूछताछ भी की। टीवी पर मैं देख रहा था कि ये लोग आरोप लगा रहे थे कि जवाब क्यों नहीं दे रहे? जबकि इन्होंने सारे जवाब दिए। सीबीआई वालों ने जितने प्रश्न पूछे, उनके सारे जवाब दिए और सीबीआई वाले पूरी तरह से संतुष्ट होकर इनके घर से गए।
उन्होंने कहा कि फिर सीबीआई वाले मनीष सिसोदिया के गांव गए। वहां सारे गांव वालों से पूछा कि मनीष सिसोदिया ने कोई प्रॉपर्टी, मकान या खेती की जमीन खरीदी हो, लेकिन वहां भी सीबीआई को कुछ नहीं मिला। फिर इनके लॉकर चेक करने गए। सीबीआई को लगा कि लॉकर में ज्वैलरी, पैसा और प्रॉपर्टी के कागज मिले। लेकिन लॉकर में करीब 70-80 हजार रुपए कीमत के कुछ गहने ही मिले। सबकुछ चेक करने के बाद भी कुछ नहीं मिला।
मुख्यमंत्री ने कहा “ इस तरह के झूठे मामले और जांच करके इनको मिलता क्या है? मुझे लगता है कि मानव जीवन का यह तीन-चार हजार साल का इतिहास है। इन तीन-चार हजार साल में पूरी दुनिया में शायद आम आदमी पार्टी एक ऐसी पार्टी है, जिसके उपर सबसे ज्यादा मामले हुए हैं। हमारे 49 विधायकों पर 169 मामले हुए हैं। आम आदमी पार्टी एक छोटी सी पार्टी है। अभी-अभी पैदा हुई है और हमारे 49 विधायकों के उपर इन्होंने 169 मामले कर दिए। इसमें से 134 मामलों को अदालत ने खत्म कर दिए। अदालत ने कहा कि इसमें कुछ नहीं है। अब 35 मामले लंबित हैं और वो भी थोड़े दिनों में खत्म हो जाएंगे। इन्होंने मेरे उपर 16 मामले दर्ज किए थे। जिसमें 12 में मैं बरी हो गया हूं। अभी चार मामले लंबित है।”
उन्होंने कहा कि आज देश में राष्ट्रीय स्तर पर दो ही पार्टियां बची हैं। एक है, कट्टर ईमानदार पार्टी और दूसरी है कट्टर बेइमान पार्टी। जो कट्टर ईमानदार पार्टी है, उसमें उसके सारे नेता, मंत्री, मुख्यमंत्री और विधायक सब ईमानदार हैं और जो कट्टर बेइमान पार्टी है, उसमें रोज भ्रष्टाचार सुनने को मिलता है। कल कर्नाटक में खुलेआम कोई ठेकेदार कह रहा था कि मेरे से 30 फीसद पैसे खा गए, तो कोई कह रहा था कि मेरे से 40 फीसद पैसे खा गए। ऐसा कभी नहीं हुआ होगा, अब उनका डर भी खत्म हो गया है। कट्टर बेइमान पार्टी वो है, जो जहरीली शराब बेचती है, जो नशा बेचती है, जो 20-20 करोड़, 50-50 करोड़ रुपए में एमएलए खरीदती है। कट्टर ईमानदार पार्टी जनता के टैक्स के पैसे से स्कूल और अस्पताल बनाती है और कट्टर बेइमान पार्टी लोगों से टैक्स लेकर अपने दोस्तों कर्जे माफ करती है और उनसे एमएलए खरीदती है। कट्टर बेइमान पार्टी अपने दोस्तों और अपनी पार्टी के लोगों से प्यार करती है। अगर उनकी पार्टी का कोई पकड़ा गया तो उसको बचाने की कोशिश करती है। उसकी कोई जांच भी नहीं होती है। उनका कोई दोस्त चोरी करते हुए पकड़ा गया, तो उसका कुछ नहीं होता है। कट्टर ईमानदार पार्टी देश से प्यार करती है। अगर उनका भी अपना कोई फंसे तो कट्टर ईमानदार पार्टी उसको छोड़ती नहीं है। कट्टर बेइमान पार्टी वो है, जिसमें कम पढ़े-लिखे लोग हैं। उनके आधे से ज्यादा नेताओं की डिग्रियां फर्जी हैं। कट्टर ईमानदार वो पार्टी है, जिसके लोग पढ़े-लिखे हैं, आईआईटी के लोग हैं, डिग्रियां असली है। कट्टर ईमानदार पार्टी के पास अच्छी टीम हैं, समझ है, विजन है। कट्टर बेइमान पार्टी है, जो 24 घंटे गुंडागर्दी, लड़ाई-झगड़ा करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा “ मैं फ्री में बिजली देना चाहता हूं, तो क्या गलत कहता हूं। पैसा स्विस बैंकों में नहीं ले जा रहा। मैं देखता हूं कि ये मेरे को बहुत गंदी-गंदी गालियां देते हैं। मैं कहता हूं कि मैं देश में स्कूल और अस्पताल बनाना चाहता हूं, दिल्ली में हमने इतने अच्छे-अच्छे स्कूल और अस्पताल बनाए हैं। जैसे ही मैं कहता हूं कि मैं स्कूल और अस्पताल बनाउंगा, वैसे ये लोग मेरे उपर केस कर देते हैं। अब तक इन लोगों ने हमारे उपर बहुत सारे केस कर दिए हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि स्कूल और अस्पताल बनाए बिना, क्या देश की तरक्की हो सकती है, बिल्कुल नहीं हो सकती है। इसलिए आज हम इनसे दो मांग कर रहे हैं। ”
उन्होंने आरोप लगाया कि एक यह जो ये लोग एमएलए खरीदते हैं। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गोवा, कर्नाटक, असम, अरुणाचल प्रदेश, बिहार एमएलए खरीदे और अब झारखंड में एमएलए खरीदने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इन्होंने 20-20 करोड़ से 50-50 करोड़ रुपए तक के एमएलए खरीदे हैं। अब तक इन्होंने 6300 करोड़ रुपए खर्च कर दिए, जिसके वजह से देश में पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ गए।