देहरादून। दधीचि देह दान समिति देहरादून उत्तराखंड के प्रयासो से पिछले छह माह में दून शहर के लगभग चालीस से अधिक महान व्यक्तिव जिन्होंने मानवता हित में विचार करते हुए अपने शरीर का मृत्युपरांत दान देने का र्निणय अपने परिजनों की सहमति से लिया है, का सम्मान करेगी। इन देवतुल्य महापुरुषों के सम्मान में दधीचि देहदान समिति देहरादून उत्तराखंड कल 18/09/2022 एक आयोजन कर रही है।
उक्त जानकारी देते हुए समिति के महासचिव नीरज पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि समिति देहदानकर्ता के पवित्र संकल्प को पूरा करने हेतु उनके परिवार और सरकारी अस्पतालों व मेडिकल कालेजों के बीच सेतु का कार्य करती है।
श्री पाण्डेय ने बताया कि पूरी दुनिया के मेडिकल कॉलेज के छात्रों की शिक्षा हेतु मृत शरीर ही उनका पहला गुरु होता है। देहदानदाता के मृत शरीर को मेडिकल भाषा में केडेवर कहा जाता है। इन मृत शरीरों पर ही अनेकों रिसर्च व अध्यन कर पूरी दुनियां में मानवता कल्याण के अनेकों कार्य हुए है तथा निरन्तर होते रहेगें। समाज में जागरूकता के अभाव में प्रारंभ से ही सभी मेडिकल कॉलेज मृत शरीर के अध्यन हेतु अनुपलब्धता से परेशान रहे है। दधीचि देह दान समिति देहरादून उत्तराखंड के प्रयासो से पिछले छह माह में दून शहर के लगभग चालीस से अधिक महान व्यक्तिव ने मानवता के हित में विचार करते हुए अपने शरीर का मृत्युपरांत दान देने का र्निणय अपने परिजनों की सहमति से लिया है। इन देवतुल्य महापुरुषों के सम्मान में दधीचि देहदान समिति यह आयोजन कर रविवार को दोपहर तीन बजे से सांय पांच बजे तक एक दधीचि यज्ञ का आयोजन ऑफिसर्स क्लब यमुना कॉलोनी देहरादून में कर रही है।
इस यज्ञ में सभी को अपने आशीर्वचन से सिंचित करने हरिद्वार से परम पूज्य संत बाबा हठ योगी जी महाराज (प्रतिनिधि सचिव पंचायती दिगम्बर मणी अखाडा तथा पीठाधीश्वर श्री बाला जी धाम, झाझरा, देहरादून) का शुभागमन हो रहा है। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्र सेवा प्रमुख (पश्चिचमी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड) श्री धनीराम जी के ओजस्वी उदबोधन से उपस्थित समस्त महानुभवो को समाज हित में निस्वार्थ भाव से परोपकार कार्यो से समाज सेवा करने की प्रेरणा प्राप्त होगी। इस कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ता के रूप में हमारे देहरादून के ‘शरीर रचना विज्ञान के सुप्रसिद्ध डाक्टरो में से डाक्टर बृजेन्द्र सिंह (विभागाध्यक्ष शरीर रचना विभाग, एम्स ऋषिकेश व राष्ट्रीय अध्यक्ष, नोटामिकल सोसायटी आॅफ इण्डिया व एम्स ऋषिकेश के प्रमुख नेत्र सर्जनो में से सर्जन डा निति गुप्ता जी देहदानियो के दान को कैसे मानवता हित में उपयोग में लाकर अध्यन व रिर्सच कार्य किया जाता है, व समाज हित में इसका कैसे उपयोग होता है? के सम्बन्ध में अपनी-अपनी ज्ञानमयी वाणी से सभी देहदानियों को व उपस्थित महानुभावो को इस पुनीत कार्यो में अपनी-अपनी सहभागिता निभाने के इस परोपकार र्पूण कार्य से गोरव की अनुभूति करायेगें।