अलाप्पुझा।कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के 12वें दिन की शुरुआत सोमवार को यहां मछुआरा समुदाय की बैठक के साथ हुई।
केरल के वायनाड से सांसद गांधी ने अलाप्पुझा के वडकल समुद्र तट पर मछुआरों से मुलाकात की और उनके सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों पर चर्चा की, इन चुनौतियों में जैसे ईंधन की बढ़ती कीमत, घटती मछली का स्टॉक, सामाजिक कल्याण और पेंशन की कमी, सब्सिडी में कमी, अपर्याप्त शैक्षिक अवसर और पर्यावरण विनाश के मुद्दे शामिल हैं।
आज, बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी के साथ पुन्नपरा से शुरू हुई पदयात्रा सुबह 11 बजे चेरिया कलावूर में रुकेगी और शाम पांच बजे फिर से चेरथला पहुंचेगी।
बेरोजगारी पर युवाओं के साथ बातचीत करते हुए श्री गांधी ने रविवार को कहा,“नौकरियों की कमी और नौकरी की सुरक्षा पर अन्य मुद्दों पर चर्चा की जानी चाहिए। भारत जोड़ो यात्रा हमारे युवाओं को वह मंच प्रदान करती है।”
उन्होंने यह भी ट्वीट किया,“सद्भाव के बिना कोई प्रगति नहीं है। प्रगति के बिना कोई रोजगार नहीं है। नौकरियों के बिना, कोई भविष्य नहीं है। भारत जोड़ो यात्रा बेरोजगारी की बेड़ियों को तोड़ने के लिए निराशा की आवाज को एकजुट होकर बुलंद करना है।”
उन्होंने कुट्टनाड के किसानों से भी बातचीत की, जिसे ‘केरल का चावल का कटोरा’ कहा जाता है। किसानों ने उन्हें राज्य के अलाप्पुझा जिले के बैकवाटर के केंद्र में स्थित कुट्टनाड में अपनी समस्याओं से अवगत कराया। बाद में वायनाड के सांसद ने रेत खनन के विरोध में एक स्थानीय समिति के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और प्रतिनिधियों ने श्री गांधी को एक ज्ञापन सौंपा।
एक अक्टूबर को कर्नाटक में प्रवेश करने से पहले यह यात्रा केरल में 19 दिनों में 450 किलोमीटर से अधिक राज्य के सात जिलों को कवर करेगी। अखिल भारतीय पदयात्रा 3,750 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और 150 दिनों में 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी।