मुंबई। घरेलू अर्थव्यवस्था को वैश्विक झटकों से बचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाने के रिजर्व बैंक (आरबीआई) के भरोसे से उत्साहित निवेशकों की चौतरफा लिवाली की बदौलत शेयर बाजार पिछले लगातार सात दिन की गिरावट से उबरते हुए आज डेढ़ प्रतिशत की अधिक की तेजी के साथ बंद हुआ।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1016.96 अंक अर्थात 1.80 प्रतिशत की छलांग लगाकर 57426.92 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 276.25 अंक यानी 1.64 प्रतिशत उछलकर 17 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 17094.35 अंक पर पहुंच गया। बीएसई का मिडकैप 1.39 प्रतिशत चढ़कर 24,853.94 अंक और स्मॉलकैप 1.45 प्रतिशत की तेजी लेकर 28,452.91 अंक पर रहा।
इस दौरान बीएसई में कुल 3538 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2335 में तेजी जबकि 1107 में गिरावट रही वहीं 96 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई में 41 कंपनियों में लिवाली जबकि शेष नौ में बिकवाली हुई।
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय बैठक के बाद शुक्रवार को गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक में लिए गये निर्णय की जानकारी देते हुये कहा कि बढ़ती महंगाई को नियंत्रित करने के साथ ही विकास को गति देने के लिए एमपीसी ने रेपो दर में 0.50 प्रतिशत वृद्धि करने का निर्णय लिया है। वैश्विक एवं घरेलू कारकों के दबाव के बावजूद वित्त वर्ष 2022-23 के लिए वास्तविक जीडीपी विकास दर के 7.0 प्रतिशत पर रहने का अनुमान है। साथ ही इसके अगले वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में जीडीपी विकास दर के 7.2 प्रतिशत पर रहने का अनुमान है।
इससे निवेशकों का निवेश धारणा मजबूत हुई और बीएसई के 18 समूहों में तेजी दर्ज की गई। इस दौरान दूरसंचार 3.49, धातु 2.66, बैंकिंग 2.63, कमोडिटीज 1.48, सीडी 1.34, इंडस्ट्रियल्स 1.68, यूटिलिटीज 1.85, ऑटो 1.62, कैपिटल गुड्स , कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 1.96, पावर 1.94, रियल्टी 1.94 और टेक समूह के शेयर 1.39 प्रतिशत चढ़ गए।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिलाजुला रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.75, जर्मनी का डैक्स 0.93 और हांगकांग का हैंगसेंग 0.33 प्रतिशत चढ़ गया जबकि जापान का निक्केई 1.83 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.55 प्रतिशत उतर गया।