कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में जिला पंचायत की ओर से जारी 17 करोड़ रुपये के टेंडर में अनियमितता की जांच अब तीन सदस्यीय तकनीकी समिति करेगी।
जिले के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) ने मंगलवार को कमेटी गठित कर यथाशीघ्र रिपोर्ट मांगी है। कमेटी में जिले के ट्रेजरी अफसर, एनआईसी के डीआईओ तथा एक अन्य जिला स्तरीय अधिकारी के नाम शामिल किए गए हैं।
पिछले दिनों जिला पंचायत ने गांवों में हाईमास्ट व आरओ एटीएम लगाने के लिये 17 करोड़ रुपये का टेंडर प्रकाशित किया था। कुछ दिन बाद जिला पंचायत के तमाम सदस्यों ने इसका विरोध करते हुए एएमए, अपर मुख्य अधिकारी पर अनियमितता का आरोप लगाया था।
जिला पंचायत सदस्यों ने अनियमितता की विस्तृत जांच की मांग की। आरोप है कि खरीदारी के लिए शासन के दिशानिर्देशों के अनुसार जेम पोर्टल का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। सदस्यों ने टेंडर निरस्त करने की मांग की। इस पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर जिला पंचायत के गेट पर पंचायत सदस्य धरने पर बैठ गए। इसके बाद सदस्यों की मांग पर सीडीओ ने टेंडर निरस्त करने का आदेश दिया और आरोपों की जांच शुरू कर दी। जिला पंचायत ने वह टेंडर निरस्त कर दिया गया।
जांच के क्रम में सीडीओ गुंजन द्विवेदी ने एएमए से कुछ सवालों पर लिखित जवाब मांगा। एएमए ने जवाब उपलब्ध करा दिये। इसके बाद आगणन में खेल संबंधी आरोपों की जांच के लिए तकनीकी कमेटी से जांच कराने का निर्णय लिया गया।
सीडीओ ने जांच के लिए तीन सदस्यीय तकनीकी कमेटी का गठन भी कर दिया है। कमेटी से यथाशीघ्र जांच रिपोर्ट मांगी है। कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई होगी। एएमए ने अपना जवाब उपलब्ध करा दिया है।
इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि जांच के क्रम में तीन सदस्यीय तकनीकी कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। जो भी अनियमितता का दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।