दिल्ली। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने गुरूवार को यहां इन्फेंट्री दिवस के मौके पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रत्येक वर्ष 27 अक्टूबर को सेना की सबसे बड़ी इकाई पैदल सेना के सम्मान में ‘इन्फेंट्री दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
लेफ्टिनेंट जनरल चौहान के अलावा सेना उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बी एस राजू और कर्नल ऑफ रेजिमेंट्स ने भी पुष्पांजलि अर्पित की। विभिन्न शौर्य पदकों से अलंकृत तीन भूतपूर्व सैनिकों लेफ्टिनेंट कर्नल राम सिंह शरण कीर्ति चक्र ( सेवा निवृत), सूबेदार मेजर और मानद कैप्टन योगेन्द्र सिंह यादव परमवीर चक्र (सेवा निवृत) और सिपाही सरदार सिंह वीर चक्र (सेवा निवृत) ने भी भूतपूर्व सैनिकों की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष ने उधमपुर , अहमदाबाद , वेलिंग्टन और शिलाँग से दस दिन पहले आजादी का अमृत महोत्सव पर रवाना की गयी मोटर साइकिल रैलियों का भी युद्ध स्मारक पर स्वागत किया। इन मोटरसाइकिल सवारों ने दस दिन में 8000 किलोमीटर से अधिक दूरी तय की है।
इन्फेंट्री महानिदेशक ने अपने संदेश में सैनिकों से बहादुरी, बलिदान और निस्वार्थ सेवा के अपने मूल्यों के प्रति समर्पित रहते हुए राष्ट्र की अखंडता तथा संप्रभुता को अक्षुण रखने को कहा ।
27 अक्टूबर 1947 को पैदल सेना की पहली टुकड़ी श्रीनगर हवाई अड्डे पर उतरी थी और उसने हमलावरों को श्रीनगर के बाहर खदेड़ा था। इस तरह उसने पाकिस्तान सेना के समर्थन से जम्मू कश्मीर पर हमला करने आये कबाइलियों को भागने पर मजबूर कर दिया था। पैदल सेना के इस योगदान के सम्मान में इन्फेंट्री दिवस मनाया जाता है।