हैदराबाद। कांग्रेस सांसद एवं पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी ने बुधवार को दावा किया कि भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से साफ संकेत मिलता है कि हैदराबाद की जनता ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सांप्रदायिक राजनीति को नकार दिया है।
प्रेस को जारी बयान में प्रतापगढ़ी ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने टीआरएस और भाजपा के नापाक गठबंधन का पर्दाफाश किया है जो तेलंगाना के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को नष्ट करने की कोशिश कर रही हैं। गांधी के भाषणों ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) के धर्मनिरपेक्षता के नकली मुखौटे को बेनकाब कर दिया है। उन्होंने कहा, “ यह केसीआर थे जिन्होंने कांग्रेस को कमजोर करने के एकमात्र इरादे से तेलंगाना में भाजपा को मजबूत किया।”
उन्होने कहा कि तेलंगाना सांप्रदायिकता के वायरस से संक्रमित हो गया। केसीआर ने भाजपा को दो उपचुनाव और जीएचएमसी में कुछ सीटें जिताने में मदद की ताकि वह मजबूत दिखाई दे। टीआरएस और भाजपा ने धर्म के आधार पर लोगों के बीच सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने की कोशिश की है।
कांग्रेसी सांसद ने कहा कि यात्रा के दौरान हजारों लोगों की भीड़ ने हैदराबाद की सड़कों और गलियों में भारत जोड़ो के नारे लगाये। यह भाजपा और टीआरएस के लिए एक सीधा संदेश था कि तेलंगाना में उनकी सांप्रदायिक राजनीति अब और नहीं चलेगी।
उन्होंने कहा कि मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का भाषण काफी रोचक था। इस भाषण ने राजनीतिक लाभ के लिए तेलंगाना के हितों को नष्ट करने के केसीआर के नापाक मंसूबों को उजागर कर दिया है।
इस बीच, तेलंगाना कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष शेख अब्दुल्ला सोहेल ने कहा “ श्री राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का मकसद लोगों को एकजुट करना था। हम उनका संदेश तेलंगाना के प्रत्येक नागरिक, विशेष रूप से अल्पसंख्यकों तक पहुंचाएंगे। सात नवंबर को यात्रा के महाराष्ट्र में प्रवेश करने के बाद योजना बनाई जा रही है।
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के सचिव फरहान आज़मी ने भारत जोडो यात्रा की सफलता के लिये तेलंगाना कांग्रेस के प्रति आभार व्यक्त किया और अन्य जिलों के कैडर को श्री राहुल गांधी के विभाजनकारी ताकतों को कुचलने के प्रयासों को मजबूत करने के लिए उसी भावना से काम करने के लिए कहा।