नैनीताल। उत्तराखंड की उधमसिंह नगर पुलिस ने गदरपुर में भाखड़ा पुल के नीचे नदी से तीन गौ वंशीय पशुओं के अवशेष मिलने के मामले का पर्दाफाश कर दिया है। घटना में उत्तर प्रदेश के रामपुर के स्वार के एक गिरोह का पता चला है। पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
उधमसिंह नगर जनपद के गरदपुर में विगत 30 अक्टूबर को भाखड़ा पुल के नीचे नदी से तीन गौवंशीय पशुओं के सिर व कुछ अन्य अवशेष मिले थे। इस घटना के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैल गया था। पुलिस ने शिव मंदिर, भाखड़ा पुल निवासी रघुनाथ मंडल की तहरीर पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर मामले के खुलासे के लिये पुलिस अधीक्षक काशीपुर व क्षेत्राधिकारी बाजपुर की अगुवाई में छह टीमों का गठन कर दिया।
मामले का खुलासा करने के लिये पुलिस ने घटनास्थल व आसपास के कई सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। अंततः गौ वंश स्क्वाड व गदरपुर पुलिस की मेहनत रंग लायी और इस धंधे में लंबे समय से लगे रामपुर स्वार के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया। पुलिस को यह भी पता चला कि आरोपी लंबे समय से आवारा गौवंशीय पशुओं का चोरी छिपे शिकार कर मांस बेच कर मुनाफा कमाने में लगे थे।

पुलिस ने मुख्य आरोपी अयूब निवासी आगलगा मोहल्ला, थाना स्वार, रामपुर उप्र को शुक्रवार को अलखदेवी गांव से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कई हथियार भी बरामद किये हैं। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने अपने साथियों उस्मान निवासी खेमपुर, थाना अजीमनगर, रामपुर, उप्र व सरताज कुरैशी निवासी मोहल्ला पक्का बाग, थाना गंज, रामपुर, उप्र के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था।
आरोपी ने यह भी बताया कि घटना की रात को आरोपियों ने आवारा तीन गौ वंशीय पशुओं को अपने कब्जे में ले लिया और वाहन से ले जाकर हाईवे पर महेशपुरा के पास एक खेत में तीनों का वध कर मांस अपने वाहन में भर लिया। साथ ही तीन सिर, खाल व पांवों को भाखड़ा पुल से नदी में फेंक दिया। बाद में आरोपियों ने मांस को रामपुर स्वार में जाकर बेच दिया। पुलिस आरोपी के फरार दो साथियों की तलाश में जुट गयी है।