उत्तराखंड राज्य स्थापना के मौके पर आज कांग्रेस मुख्यालय देहरादून में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया, इस दौरान उत्तराखंड आंदोलन के शहीदो को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। वही इस गोष्ठी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा समेत पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता गण मौजूद रहे. इस गोष्ठी में उत्तराखंड ने बीते 22 सालों में क्या खोया और क्या पाया इस पर मंथन किया गया…इसके साथ ही कांग्रेस के योगदान पर भी चर्चा की गई। वही पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि बीते 22 सालों में उत्तराखंड में अपेक्षा के अनुरूप विकास नहीं हुआ है..उन्होंने कहा कि राज्य आज कर्ज में डूबा हुआ है… पहाड़ों से लगातार पलायन जारी है. अस्पतालों और स्कूलों की स्थिति दयनीय है जो की चिंताजनक है।
पहाड़ी राज्य उत्तरांखड बनाने को लेकर प्रदेशवासियों को लंबे संघर्ष का एक दौर देखना पड़ा. कई आंदोलनों और शहादतों के बाद 9 नवंबर 2000 को आखिरकार उत्तर प्रदेश से पृथक होकर एक अलग पहाड़ी राज्य का गठन हुआ. इस पहाड़ी राज्य को बनाने में कई बड़े नेताओं और राज्य आंदोलनकारियों का अहम योगदान रहा है. जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता इसीलिए हर साल 9 नवंबर को उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस मनाया जाता है।