खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में एक हिंदू युवक को जहन्नुम का भय दिखाकर इस्लाम कबूल करवाने का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के संबंध में मामला दर्ज कर लिया।
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि अक्षय गौड़ नामक युवक ने पुलिस को शिकायत दर्ज़ कराई की छीपा कॉलोनी स्थित नूरानी मस्ज़िद के आमिल ने उसे गुमराह कर इस्लाम धर्म अपनाने पर मज़बूर कर दिया। इसके बाद उसने अपना नाम भी परिवर्तित कर लिया और फेसबुक के माध्यम से जब इस्लाम क़बूल करने की जानकारी मित्रों को दी तो उन्होंने उसकी काउंसलिंग की। इसके बाद वह पुनः हिन्दू बन गया।
उन्होंने बताया कि अक्षय ने आमिल अमीनुद्दीन क़ादरी पर आरोप लगाया कि उसने उसे जहन्नुम का डर दिखा कर उसे इस्लाम कुबूल करने को बाध्य किया। इस तरह से वह किसी और के साथ नहीं करे, इसके लिए वह पुलिस में शिकायत दर्ज़ करा रहे हैं। अक्षय की शिकायत पर कल देर रात मोघट थाने में अमीनुद्दीन क़ादरी के विरुद्ध धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।
वहीं मोघट थाना प्रभारी ईश्वर सिंह चौहान ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभी अमीनुद्दीन क़ादरी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है।
सिविल इंजीनियर अक्षय गौड़ ने बताया कि वह अपनी पारिवारिक परेशानियों के चलते पांच महीने पहले नागचून तालाब किनारे अकेला बैठा था। उसे परेशान देख एक व्यक्ति उसके पास गया और उससे उसकी परेशानी पूछी। इसके बाद उसने कहा कि तुम यदि इस्लाम क़बूल कर लो तो तुम्हारी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी। इंजीनियर का दावा है कि आरोपी ने उससे कहा कि अगर वह नमाज़ पढ़ेगा तो उसे ज़न्नत नसीब होगी। वह उसकी बातों में आ गया। वह व्यक्ति नूरानी मस्ज़िद से जुड़ा था।
फरियादी का दावा है कि इसके बाद वह नियमित मस्जिद जाने लगा, बाद में घर में भी नमाज़ पढ़ने लगा। इसके बाद अक्षय ने अपने ही परिवार पर इस्लाम क़बूल करने का दबाव भी बनाया। जब उसने फेसबुक पर धर्म परिवर्तन कर अपना नाम मोहम्मद फ़हीम खान करने की पोस्ट डाली तब सभी के संज्ञान में यह बात आयी।
अक्षय के पिता गोविन्द सिंह गौड़ ने बताया कि उसके धर्म परिवर्तन से उसके परिजन बहुत परेशान थे। वे इसका कोई हल भी नहीं निकाल पा रहे थे। उल्टा अक्षय का परिवार वालों पर दबाव बढ़ रहा था कि सभी इस्लाम अपना लें, अन्यथा सभी को जहन्नुम की आग में जलना पड़ेगा। आरोपी की बातों पर उसका गहरा असर हुआ था। जब हिन्दू संगठनों को बात पता चली तो उन्होंने उसकी काउंसलिंग की।
वहीं इस मामले को पुलिस तक पहुंचाने वाले हिंदू संगठनों से जुड़े नेता अशोक पालीवाल ने कहा कि इस तरह के शहर में और भी मामले सामने आ सकते है। बहुत से लोगों को डराकर या लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कराने की आशंका है।