चम्पावत/नैनीताल। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को टनकपुर स्थित मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में मुख्य सेवक आपके द्वार कार्यक्रम के तहत जनता की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को स्थानीय स्तर पर ही समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने हिदायत दी कि ऐसा नहीं होने पर अधिकारियों की जवाबदेही तय की जायेगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला स्तर की समस्याओं का समाधान जिला स्तर पर ही होना चाहिए। उसे शासन स्तर पर नहीं आनी चाहिए। जिला स्तर पर होने वाले कार्यों की फाइल सचिवालय आने पर अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
उन्होंने कहा कि वह चंपावत को एक मॉडल जनपद के रूप में विकसित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि शारदा घाट का निर्माण नमामि गंगे के अंतर्गत हो इसके लिए हम लगातार प्रयासरत हैं। उन्होंने जिलाधिकारी को न माँ शारदा की नियमित आरती के लिए नमामि गंगे के तहत प्रस्ताव भेजने को कहा।
उन्होंने कहा मां पूर्णागिरि धाम में आने वाले लाखों श्रद्धालु हमारे चंपावत लोहाघाट पिथौरागढ़ के साथ ही अन्य जिलों में घूमे इसके लिए हम मंदिर माला मिशन के अंतर्गत पौराणिक मंदिरों एवं स्थानों को जोड़कर एक सर्किट के रूप में विकसित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा पूर्णागिरि को रोप-वे से जोड़ने का कार्य जल्द किया जाएगा व दूरदराज सीमांत गांवों के विकास हेतु सरकार गांव में चौपाल कार्यक्रम की व्यवस्था करने जा रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने खूना निवासी फकरुद्दीन को 50000 रुपये की आर्थिक सहायता भी प्रदान की।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने टनकपुर के शारदा घाट पहुंचे और सिंचाई विभाग द्वारा कराए जा रहे बाढ़ नियंत्रण कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री घोषणा के तहत 459.65 लाख की लागत से तैयार होने वाले आदि शक्ति मंदिर के समीप घाट निर्माण कार्य एवं घस्यारा मंडी के समीप निर्माणाधीन तटबंध सहित विभिन्न विकास कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अधिकारियों को तय समय सीमा के अन्तर्गत गुणवत्ता के साथ निर्माण कार्य पूरे करने के निर्देश दिए। साथ ही शारदा घाट में विधिवत पूजा अर्चना भी की।
मुख्यमंत्री ने बनबसा स्पोर्ट्स स्टेडियम में राम दल द्वारा आयोजित फुटबॉल प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम में भी प्रतिभाग किया और खिलाड़ियों का उत्साहवर्द्धन किया।
खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नशा समाज के लिए अभिशाप है और युवाओं को इससे दूर रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन से नशे के खिलाफ मुहिम तेज होगी और हम वर्ष 2025 तक प्रदेश को नशा मुक्त प्रदेश बनाने में कामयाब होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की नई खेल नीति से गरीब व प्रतिभावान युवा लाभान्वित हो रहा है।