लखनऊ। उत्तर प्रदेश में वाहनो में ‘हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट’ (एचएसआरपी) लगाने पर जोर देते हुये यातायात पुलिस और परिवहन विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले साल जनवरी से बगैर एचएसआरपी प्लेट लगे वाहनो के खिलाफ अभियान चलाया जा सकता है।
राजधानी लखनऊ के 1090 चौराहे पर यातायात माह के समापन पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें एचएसआरपी मानक की नंबर प्लेट को गाड़ियों में लगाने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में बोलते हुए डीसीपी (ट्रैफिक) रईस अख़्तर ने कहा कि आम जनता से अपील है कि सभी लोग अपनी गाड़ियों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट ज़रूर लगवाएं। इसकी ज़रूरत इसलिए है क्योंकि हमारे स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम में अक्सर ये शिकायत आती है कि ये गाड़ी हमारी बैंगलोर में है, मैं लखनऊ कभी आया नहीं और यूपी में मेरा चालान हो गया, और चालान मेरे मोबाइल पर पहुंच गया। इसका मतलब है कि उस नंबर प्लेट का कोई और इस्तेमाल कर रहा है। यानी उसका अपराध में प्रयोग हो रहा है।
उन्होने कहा कि ऐसा तमाम बार देखा गया है कि जब कोई अपराध होता है और गाड़ी का नंबर भी पता चल जाता है। तब भी अपराधी तक नहीं पहुंच पाते। क्योंकि, बहुत से लोग दूसरे गाड़ियों की नंबर प्लेट को अपराध करते वक़्त अपनी गाड़ियों में करते हैं। इसलिए सबसे पहले हमें एचएसआरपी वाली नंबर प्लेट लगवाकर इसे रोकना है। कमर्शियल गाड़ियों के लिए ये नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य है। क्योंकि, ये देखा गया है कि अक्सर ट्रक वाले जिस राज्य में जाते हैं वहां का नंबर प्लेट लगा लेते हैं।
कार्यक्रम में आरटीओ (अतिक्रमण) संदीप कुमार पंकज ने कहा कि हमारा उद्देश्य सड़क सुरक्षा को लेकर रहता है। साल 2019 से पहले की जितनी गाड़ियां हैं, उनके लिए एचएसआरपी नंबर प्लेट लगवाना ज़रूरी है क्योंकि एक अप्रैल, 2019 के बाद खरीदे गए सभी वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाकर ही वाहन विक्रेता गाड़ी बेचता है।
उन्होंने बताया कि जो वेंडर फर्जी एचएसआरपी नंबर प्लेट बेच रहे हैं, उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट की बुकिंग केवल ऑनलाइन की जा सकती है।