दिल्ली। पशु पालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री परषोत्तम रुपाला ने बुधबार को राज्यसभा में कहा कि सरकार पोल्ट्री किसानों के हितों को नुकसान नहीं होने देगी।
रुपाला ने शून्यकाल के दौरान कहा कि किसी कानून को बनाने के पहले राज्यों और किसानों से प्रतिक्रिया ली जायेगी। उन्होंने कहा कि पोल्ट्री किसानों को डेयरी किसानों से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। ये दोनों अलग अलग मामले हैं। उन्होंने कहा कि पोल्ट्री किसान अर्थतंत्र के मजबूत स्तम्भ हैं।
इससे पूर्व द्रमुक के के आर एन राजेश कुमार ने पोल्ट्री किसानों की समस्याओं को उठाते हुए कहा कि देश के कई राज्यों में किसान बड़े पैमाने पर अंडों का उत्पादन करते हैं।
केरल कांग्रेस (एम) के जोश के मणि ने प्राकृतिक रबड़ के मूल्य में गिरावट पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए रबड़ के आयात शुल्क में वृद्धि करने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक रबड़ का बड़े पैमाने पर आयात किया जाता है जिसके कारण इसके मूल्य में गिरावट आ रही है।