देहरादून। लंबे समय के बाद कोरोनावायरस ने एक बार फिर लोगों को प्रभावित करना शुरू कर दिया है, कोरोना के नए वेरिएंट से चीन में हालात खराब होते नजर आ रहे हैं तो वही देश और राज्यों में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए प्रशासन हर संभव कोशिश कर रहा है। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 वैरिएंट सम्बन्धित बचाव एवं नियंत्रण तैयारियों विषयक तमाम जिलाधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं
कोविड-19 वायरस के स्वरूप में निरन्तर परिवर्तन होता रहता है एवं समय-समय पर नये वैरिएंट एक जन स्वास्थ्य समस्या के रूप में परिलक्षित होते रहते हैं, अतः मौजूदा वेरिएंट की निगरानी करना महत्वपूर्ण है। इसी क्रम में कोविड-19 के संदिग्ध और पुष्ट मामलों को शीघ्र चिन्हित करने, आइसोलेशन, परीक्षण एवं प्रबंधन हेतु भारत सरकार द्वारा जून 2022 में Operational Guidelines for Revised Surveillance Strategy in context of coVID-19 जारी की गयी थी।
उपरोक्तानुसार भारत सरकार द्वारा प्रदत निर्देशों के क्रम में आगामी माहों में शीत ऋतु के आगमन के साथ ही कोविड- 19 वैरिएंट के साथ विभिन्न प्रकार के श्वसन तंत्र सम्बंधित रोगों जैसे Influenza like illness (IU) / Severe Acute Respiratory Illness (SARI) के संक्रमण प्रसारित होने की संभावना बढ़ जाती है। अतः उपरोक्त के क्रम में कोविड- 19 एवं अन्य श्वसन तंत्र सम्बंधित रोगों (ILI / SARI) की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए निम्नलिखित दिशा-निर्देशों का जनपद स्तर पर अनुपालन करना सुनिश्चित करें –
1. चिकित्सालयों में आने वाले सभी Influenza like Illness (ILI) / Severe Acute Respiratory Illness ( SARI) के रोगियों की कोविड- 19 जांच की जाये एवं उक्त सभी रोगियों का विवरण अनिवार्य रूप से आई०डी०एस०पी० के अंतर्गत Integrated Health Information Platform (IHIP) पोर्टल में प्रविष्ट किया जाये।
2. आम जनमानस में कोविड-19 से बचाव हेतु कोविड एप्रोप्रियेट व्यवहार के प्रति जागरूकता हेतु विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये त्योहारों के सीजन में भीड-भाड़ वाले स्थानो पर लोगो को मास्क का उपयोग किये जाने हेतु प्रेरित किया जाये।
3. भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण कवरेज को बढ़ाया जाये। पूर्ण कोविड-19 टीकाकरण के लिए आम जनता को नियमित रूप से प्रेरित करने हेतु जागरूकता की जाये। हाई रिस्क आबादी में अनिवार्य रूप से टीकाकरण पूर्ण किया जाये।
4. चिकित्सा ईकाइयों में कोविड- 19 संक्रमित रोगियों के उपचार हेतु पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन सिलेण्डर, आक्सीजन कसंनट्रेटर, आक्सीजन बेड, वेंटिलेटर, आई०सी०यू० बेड एवं आवश्यक औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। सम्बन्धित चिकित्सा इकाईयों में स्थापित ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की क्रियाशीलता सुनिश्चित की जाये ।
5. दैनिक रूप से राजकीय एवं निजी चिकित्सा इकाईयों में कोविड- 19 संक्रमित भर्ती रोगियों की सूचना प्राप्त की जाये एवं रोगियों के स्वास्थ्य दशा की निरन्तर निगरानी करते हुये समीक्षा की जाये। यह सुनिश्चित किया जाये कि कोविड- 19 संक्रमित रोगियों को ससमय पूर्ण उपचार प्राप्त हो।
6. हल्के लक्षण वाले कोविड- 19 संक्रमित रोगियों को होम आईसोलेशन में ही उपचार प्रदान किया जाये एवं निरन्तर उनके स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी की जाये। ऐसे रोगियों में किसी भी प्रकार के गम्भीर लक्षण होने पर शीघ्र हीं उन्हें सम्बन्धित चिकित्सालय में संदर्भित किया जाये।
7. कोविड- 19 जॉच हेतु आई०सी०एम०आर०, भारत सरकार के दिशा निर्देशों का पालन किया जाये।
8. समुदाय स्तर पर यदि किसी जगह कोविड-19, फीवर अथवा ILI / SARI केस की क्लस्टरिंग मिलती है तो वहां पर त्वरित जांच सुविधा की उपलब्धता एवं निरोधात्मक कार्यवाही की जाये।
9. कोविड- 19 जॉंच में RTPCR द्वारा पॉजिटिव पाए गए सभी रोगियों के सैंपल Whole Genome Sequence (WGS) जांच हेतु राजकीय दून मेडिकल कॉलेज को प्रेषित किये जाएं एवं WGS जांच हेतु प्रेषित सभी सैंपलों की सूचना अनिवार्य रूप से आई०डी०एस०पी० के अंतर्गत Integrated Health Information Platform (IHIP) पोर्टल में प्रविष्ट किया जाये।