पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज आरोप लगाया कि सचिवालय सहायक पद के परीक्षार्थियों और शिक्षक अभ्यर्थियों में व्याप्त रोष के डर से श्री नीतीश कुमार की यात्रा के दौरान चम्पारण में सैंकड़ों युवाओं को घरों में नजरबंद रखा गया, जो शर्मनाक है।
मोदी ने शुक्रवार को बयान जारी कर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाधान यात्रा के दौरान चंपारण में सैकड़ों युवाओं को हाउस अरेस्ट करके रखा गया है। उन्होंने सवाल किया कि क्या युवाओं को घरों में नजरबंद करना समस्या का समाधान है।
भाजपा सांसद ने कहा कि राजधानी पटना में परीक्षार्थियों पर लाठीचार्ज को जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह जायज ठहरा रहे हैं और घटना के 48 घंटे बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिनके पास गृह विभाग भी है, वह कह रहे हैं कि उन्हें लाठीचार्ज की जानकारी ही नहीं है। उन्होंने कहा कि जदयू अध्यक्ष ललन सिंह का ऐसा बयान संवेदनहीनता का सूचक है और मुख्यमंत्री को घटना की जानकारी न होना चिंता की बात है।