दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज के भारत को नए अवसरों की भूमि है बताते हुए विश्वास व्यक्त किया है कि प्रवासी भारतीय देश को एक महाशक्ति बनाने की दिशा में योगदान देना जारी रखेंगे।
गोयल ने कहा कि भारत अपनी विशाल घरेलू उपभोग मांग, लोकतंत्र, कानून के शासन और पारदर्शी अर्थव्यवस्था के कारण असीम अवसर प्रस्तुत करता है। उन्होंने प्रवासी भारतीयों को पूरी दुनिया में यह संदेश उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति से इस संदेश को पूरे विश्व भर में फैलाने की अपील की कि भारत आपूर्ति श्रृंखला, निवेश पोर्टफोलियो, आपके व्यवसाय-में आपका भरोसेमंद साझीदार हो सकता है। वह अमेरिका के न्यू जर्सी में एक समारोह में भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे थे। श्री गोयल के पास उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा विभाग का दायित्व भी है।
उन्होंने कहा कि भारत के लोग विभिन्न देशों में रहने वाले प्रवासी भारतीयों को भारत के राजदूत के रूप में देखते हैं। अमेरिका में लगभग 500 यूनिकॉर्न के 1078 संस्थापकों में से 90 से अधिक भारतीय मूल के व्यक्ति हैं, गोयल ने कहा कि प्रवासी भारतीयों ने स्पष्ट रूप से स्वास्थ्य देखभाल, आवभगत, पत्रकारिता, प्रौद्योगिकी, प्रबंधन के विभिन्न क्षेत्रों में अपने काम के माध्यम से जबरदस्त क्षमता का प्रदर्शन किया है। दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उद्धृत करते हुए, जिन्होने कहा था- “पूरे विश्व भर में हमारे प्रवासियों के प्रत्येक वर्ग की सफलता भारतीय मिट्टी से उपजी अदम्य भावना की गवाही देती है। ”
वाणिज्य मंत्री ने विदेशों में असाधारण योगदान के लिए प्रवासी भारतीयों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि भारतीयों ने भारत की समृद्ध परंपरा और संस्कृति के माध्यम से योगदान दिया है जिसने प्रवासी भारतीयों को बड़ी कंपनियों का नेतृत्व करने में सहायता की है और कई देशों के आर्थिक कल्याण में भी मदद की है।
न्यू जर्सी में प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) का समारोह मनाने पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए गोयल ने कहा कि वाजपेयी द्वारा शुरू किया गया पीबीडी सभी प्रवासियों को मनाने और उनके योगदान को स्वीकार करने का एक अवसर है।
गोयल ने कहा कि भारतीय समुदाय द्वारा प्रतिनिधित्व की जाने वाली सेवा की यह भावना पीबीडी में मनाई जाती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस कथन को उद्धृत करते हुए “ केवल वृद्धिशील प्रगति ही पर्याप्त नहीं है, आज पूर्ण कायापलट की आवश्यकता है”, गोयल ने कहा कि भारत ने पिछले कुछ वर्षों में जिन रूपांतरकारी सुधारों को देखा है, उन्होंने भारत को विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना दिया है।
उन्होंने विश्वास जताया कि अब से कुछ वर्षों में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी।