बलिया। शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने रामचरित मानस को लेकर समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के हालिया बयान को गलत ठहराते हुए उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है।
जिले के बेल्थरा रोड में सोमवार रात संवादाताओं से बातचीत में शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि कोई मुसलमान और मौलाना हिंदू धार्मिक ग्रंथों के संबंध में अनर्गल टिप्पणी नहीं करता। इसलिए नेताओं को भी सस्ती लोकप्रियता और विशेष समुदाय का मत लेने के लिए ओछी हरकत नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाले है इसी के मद्देनजर इस तरह की अनर्गल बयानबाजी की जा रही है। राज्य में योगी आदित्यनाथ सरकार को इस तरह के बयानों को गंभीरता से लेते हुए ऐसे बयानों पर अंकुश लगाने की दिशा में प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए तथा राष्ट्रद्रोह के तहत मामला दर्ज होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि विदेशी ताकतों के द्वारा देश के अमन चैन को बिगाड़ने का प्रयत्न किया जा रहा है।
स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य विदेशी षड्यंत्रकारी के मुखौटे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि रामचरितमानस में स्पष्ट उल्लेख है कि हर व्यक्ति शुद्र के रूप में जन्म लेता है। कर्म के अनुसार ही व्यक्ति शुद्र एवं ब्राम्हण बनता है। ब्रह्मर्षि बाल्मीकि शुद्र थे, लेकिन हिंदू समाज ने हमेशा से ही ब्रह्मर्षि बाल्मीकि को मंदिर में प्रतिष्ठित कर पूजा
है। वहीं स्वामी आनंद स्वरूप धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में खुलकर सामने आये, धीरेंद्र शास्त्री का समर्थन करते हुए आनंद स्वरूप ने कहा कि शास्त्री धर्म के अनुसार कार्य कर रहे हैं। शास्त्री के विरुद्ध एक रणनीति के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है।