लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को कहा कि उनकी सरकार ने अपने अब तक के छह वर्ष के कार्यकाल में साढ़े पांच लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरी प्रदान की है।
लोक सेवा आयोग द्वारा विभिन्न विभागों के नवचयनित अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरण एवं ई-अधियाचन पोर्टल का उद्धघाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुये श्ररी योगी ने कहा कि प्रदेश में एक तरफ जहां सरकारी विभागों में नियुक्ति प्रक्रिया चलाई जा रही है, वहीं निजी क्षेत्र में भी नौजवानों को रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि छह वर्ष पहले इन्हीं नौजवानों के सामने पहचान का संकट था। अब इन युवाओं को देश के किसी भी राज्य में अपने राज्य के बारे में बताने से कोई हिचक नहीं होती। ये वही राज्य है जहां विकास के कार्यों में माफिया हावी होते थे। नियुक्ति और ट्रांसफर प्रक्रिया ताश के पत्तों की तरह फेंटी जाती थी। ये वही प्रदेश है जहां हर तीसरे दिन दंगा होता था। निवेश नहीं आता था। निवेशक अपने संस्थान बंद करके जाने लगे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा “ कोई नहीं मानता था कि उत्तर प्रदेश कभी सुधरेगा, लेकिन आज तस्वीर बदली है। अब गांव और शहर हर क्षेत्र में बदलाव देखने को मिल रहा है। युवा शक्ति जो पलायन करने पर मजबूर थी,आज जब उन्हें अपने प्रदेश में सम्मान मिल रहा है तो बदली हुई तस्वीर हम सबके सामने है।”
योगी ने कहा कि पिछले छह वर्षों में हमारी सरकार ने एक करोड़ 61 लाख से ज्यादा युवाओं को रोजगार देने में सफल रही है। 60 लाख से ज्यादा युवा उद्यमियों को अपना स्टार्टअप,अपना काम शुरु करने के लिए सहायता प्रदान की गई है। आज वो बहुत अच्छे ढंग से अपना कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों से सरकार की अपेक्षा के बारे में बताते हुए कहा कि इसका ध्यान रखें कि जनता को आप के कार्यों का लाभ मिले। हमको जनसुनवाई के लिए तैयार होना होगा। सरकारी सेवा के आने वाले दस वर्ष आपके कार्यों का आधार साबित होंगे। इन वर्षों में आप अपना व्यवहार जन भावनाओं के अनुरूप बनाएंगे तो सरकारी सेवा का भवन उतना ही मजबूत होगा।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह और लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद समेत अन्य विभागों के मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।