देहरादून/ चकराता। तहसील ट्यूनी व चकराता क्षेत्र में बिजली विभाग की मनमानी चल रही है वहा लोगों को झूठे बिल भेजे जा रहे हैं तथा बाद में कैंप लगाकर कंपनियों की तरह रेट बढ़ाकर डिस्काउंट देने का एक नया प्रशन शुरू कर दिया है। यह पद्धति गरीब किसान का उत्पीड़न करने वाली बिजली विभाग ने प्रारंभ कि है, पोल लगाने का ठेका हो या बिजली बिल की वसूली करने वाले की आउटसोर्सिंग, सभी में घपले बाजी चल रही है ठेकेदार पहले से ही फिक्स है शोधों से पता चला है कि बिजली विभाग के जेई राजकिशोर लोगों से रिश्वत भी लेते हैं तथा लाइनमैन के माध्यम से सारी सेटिंग की जाती है।
पेरिस कप्तान वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ पूजा गौर का कहना है कि जल्द ही बिजली विभाग के प्रकार के कारनामों के खिलाफ आंदोलन छेड़ा जाएगा उन्होंने कहा कि लोग गलत मीटर रीडिंग की शिकायत करते हैं लेकिन बिजली विभाग जानबूझकर उसको नजरअंदाज करता है ताकि बिजली का बिल बढ़ते रहें और बाद में डिस्काउंट देकर भी अच्छी खासी राशि ऐसी जा सके डॉ गौड़ ने कहा कि बिजली विभाग के उच्च अधिकारी कभी भी फोन नहीं उठाते हैं तथा नहीं लोगों की समस्याओं को सुनते हैं बिजली विभाग की यह तानाशाही क्षेत्र में बढ़ती जा रही है तथा लोगों को बहुत परेशान कर रही है अधिकारी बस कनेक्शन कटाने का खौफ दिखाकर लोगों से पैसे लेकर राजस्व बढ़ाकर वाहवाही लूट रहे हैं जबकि धरातल पर तस्वीरें बहुत ही खराब है उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारी जल्दी से जल्दी संज्ञा नहीं लेते हैं तो जन आंदोलन प्रारंभ किया जाएगा।