देहरादून। चारधाम यात्रा की आड़ में हेली टिकट बुकिंग के लिए फर्जी वेबसाइट बनाने वाले साइबर ठगों पर शिकंजा कसने को उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ ने गूगल से मदद मांगी है।एसटीएफ ने गृह मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से गूगल को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि केदारनाथ धाम के लिए हेली टिकट की बुकिंग को एकमात्र वेबसाइट www.heliyatra.irctc.co.in है। ऐसे में इससे मिलती-जुलती या चारधाम हेली सेवा के नाम पर कोई वेबसाइट बनाई जाए तो गूगल उसे अपने स्तर से ही बंद कर दे, ताकि वह सर्च इंजन पर न दिखे और आमजन के साथ धोखाधड़ी न होने पाए।
हेली टिकट बुक करने के नाम पर साइबर ठग सक्रिय
चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ ही हेली टिकट बुक करने के नाम पर साइबर ठग भी सक्रिय हो गए हैं। केदारनाथ के लिए हेली सेवा के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी की जा रही है। उत्तराखंड पुलिस अब तक ऐसी 26 वेबसाइट चिह्नित कर चुकी है। इनमें से 14 को बंद करा दिया गया है और बाकी 12 को बंद करवाने की प्रक्रिया चल रही है। बावजूद इसके ठग बाज नहीं आ रहे और नई वेबसाइट बना ले रहे हैं। अब पुलिस ने इन पर अंकुश लगाने के लिए गूगल से मदद मांगी है।
गत वर्ष 30 तीर्थ यात्रियों से हुई धोखाधड़ी
केदारनाथ के लिए हेली सेवा की बुकिंग के नाम पर वर्ष 2022 में 30 तीर्थ यात्रियों के साथ धोखाधड़ी सामने आई थी। इन मामलों में साइबर थाना और संबंधित जिलों में मुकदमे दर्ज कराए गए। इसी से सबक लेते हुए शासन ने इस बार व्यवस्था में बदलाव किया और हेली सेवा के लिए बुकिंग की जिम्मेदारी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) को सौंपी।
टिकट हाथों-हाथ बिकने के कारण बढ़ रही धोखाधड़ी
केदारनाथ यात्रा को लेकर इतना क्रेज है कि हेली टिकट की बुकिंग खुलने के कुछ मिनट में ही सारे टिकट बुक हो जा रहे हैं। ऐसे में बाहरी राज्यों के श्रद्धालु किसी तरह टिकट पाने का प्रयास करते हैं और एजेंटों व साइबर ठगों के झांसे में आ जाते हैं।