बेंगलुरु। भारतीय जतना पार्टी (भाजपा) नेताओं सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ परिवार ने कांग्रेस द्वारा अपने घोषणापत्र में बजरंग दल की प्रतिबंधित कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया से तुलना करने की निंदा की है।
कर्नाटक के मंत्री कोटा श्रीनिवास पुजारी ने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी को राष्ट्रवादी संगठन और जिहादी समर्थक संगठन के बीच अंतर नहीं पता है।
बजरंग दल के पूर्व संयोजक एवं कर्नाटक के मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि बजरंग दल के कार्यकर्ता हैं जो हिंदुत्व की रक्षा के लिए अपनी जान देते हैं और पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने के कांग्रेस के वादे के पीछे के उद्देश्य पर सवाल उठाते हुए कि भाजपा पीएफआई को पहले ही प्रतिबंधित कर चुकी है।

उन्होंने कहा, “वह (कांग्रेस) बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा करके केवल मुसलमानों को खुश करना चाहती है।”
दक्षिण कर्नाटक के अन्य भाजपा नेताओं ने कहा कि यह कथन कांग्रेस की हिन्दू विरोधी मानसिकता को दर्शता हैं।
इस बीच बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हिंदुत्व संगठन पर प्रतिबंध लगाने के कांग्रेस के संकल्प के खिलाफ मूडबिद्री में कांग्रेस कार्यालय के सामने धरना देते हुए उसके घोषणापत्र की प्रति भी जलाई।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने मंगलवार को अपने कर्नाटक चुनाव घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया। जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा इन्होंने भगवान राम को बंद कर दिया था अब वह हनुमान-भक्त बजरंगियों को बंद करना चाहते है।