केन्द्रीय पुलिस बलों के भोजन में शामिल किया जायेगा श्री अन्न – Polkhol

केन्द्रीय पुलिस बलों के भोजन में शामिल किया जायेगा श्री अन्न

दिल्ली। सरकार ने केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल कर्मियों के भोजन में 30 प्रतिशत मिलेट यानी श्री अन्न शामिल करने का निर्णय लिया है।

गृह मंत्रालय ने बुधवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा कि वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किये जाने के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आह्वान पर सभी बलों के साथ गहन चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया है।

संयुक्त राष्ट्र ने मिलेट के महत्व को स्वीकार करते हुए और लोगों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाने के लिए भारत के अनुरोध पर वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया है।

मंत्रालय का कहना है कि श्री अन्न स्वास्थ्य के लिए अच्छा, किसानों के लिए फायदेमंद और पर्यावरण के अनुकूल माना जाता है। श्री अन्न ऊर्जा से भरपूर, सूखा प्रतिरोधी, कम पानी की आवश्यकता वाली शुष्क मिट्टी एवं पहाड़ी इलाकों में भी आसानी से उपजाया जा सकता है और यह कीट आदि के प्रकोप से भी तुलनात्मक रूप से सुरक्षित है। श्री अन्न – प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत, ग्लूटेन मुक्त, कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) और डाइटरी फाइबर, कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस आदि सहित सूक्ष्म पोषक तत्वों और फाइटो-केमिकल्स से भरपूर होता है जिससे यह सैनिकों और सुरक्षा बल कर्मियों के लिए समग्र पौष्टिक आहार का काम करता है।

गृह मंत्रालय ने सभी बलों को श्री अन्न पर आधारित ‘मेन्यू’ की शुरुआत करने की प्रक्रिया शुरु करने का निर्देश दिया है और बलों ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के विभिन्न अवसरों और समारोहों आदि में भी श्री अन्न का व्यापक उपयोग किया जाएगा।

श्री अन्न के उपयोग को बढ़ाने के लिये इसकी उपलब्धता केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार, बलों के परिसर की किराना दुकानों और राशन स्टोर में अलग काउंटर के माध्यम से सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही बलों द्वारा मिलेट व्यंजन बनाने वाले प्रतिष्ठित संस्थानों के माध्यम से श्री अन्न आधारित व्यंजन तैयार करने के लिए रसोइयों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा।

श्री अन्न के उपयोग के लिए बलों के कर्मियों और उनके परिवार के बीच जागरूकता पैदा करने के लिये आहार विशेषज्ञों और विशेषज्ञ एजेंसियों की सेवाओं का उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा, ‘अपने श्री अन्न को जानें’ विषय पर जागरूकता के लिये विभिन्न कार्यक्रम, प्रदर्शनियां, सेमिनार, वेबिनार, कार्यशालाएं और संगोष्ठियों का आयोजन भी किया जायेगा ।

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