दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि वायु सेना ने देश की संप्रभुता की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इस समृद्ध विरासत को भावी पीढियों के लिए संरक्षित रखना सभी की जिम्मेदारी है।
सिंह ने सोमवार को चंडीगढ में देश के पहले वायु सेना विरासत केन्द्र का उद्घाटन करने के मौके पर कहा कि यह वायु सेना के बहादुर यौद्धाओं के लिए एक विनम्र श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि देश इन वीरों के त्याग और बलिदान के लिए सदैव ऋणी रहेगा।
रक्षा मंत्री ने कहा , “ भारतीय वायु सेना ने हमारे देश की संप्रभुता की रक्षा करने में बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमारे देश को, आज़ादी मिलने के साथ ही अनेक संकटों का सामना करना पड़ा है, जिसमें हमारी वायु सेना एक मजबूत दीवार की तरह इस देश की सुरक्षा में खड़ी रही है। भारतीय वायु सेना की एक समृद्ध विरासत है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस विरासत को भावी पीढ़ियों के लिए संरक्षित और प्रदर्शित करें। यह केंद्र वायु सेना के इतिहास को संरक्षित करने, और सशस्त्र बलों के मूल्यों को अपनाने के लिए युवाओं को प्रेरित करने का महत्त्वपूर्ण माध्यम बनेगा। ”
सिंह ने सुरक्षा व्यवस्था को समाज के विकास के लिए बेहद जरूरी करार देते हुए कहा, “ किसी भी राष्ट्र और समाज का विकास, वहां की सुरक्षा व्यवस्था पर बहुत हद तक निर्भर करता है। बल्कि मैं यह कहूं, कि मानव जीवन के विकास के लिए सुरक्षा उसकी पहली आवश्यकता होती है, तो यह गलत नहीं होगा। ”
उन्होंने कहा कि इस बात को ध्यान में रखते हुए चंडीगढ़ में ‘सेंटर फॉर साइबर ऑपरेशन एंड सिक्युरिटी’ की स्थापना की जा रही है। इसके माध्यम से चंडीगढ़, और पड़ोसी राज्यों के प्रशासन तथा पुलिस बल अपराधों को सुलझाने में सक्षम बनेंगे। यह एक ऐसा केंद्र है, जो साइबर खतरों का मुकाबला करने पर केंद्रित है।
पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी भी इस मौके पर मौजूद थे।