देहरादून। जिलाधिकारी देहरादून के निर्देशन में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रामजीशरण शर्मा ने आज रजिस्ट्री आफिस का औचक निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी ने सब रजिस्ट्रार कार्यालय में चल रहे रजिस्ट्री कार्यों का अवलोकन किया साथ ही निर्देशित किया कि लम्बित प्रकरणों को शीघ्र पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने निर्देश दिए की रजिस्ट्री के दौरान अभिलेखों के साथ खतौनी लगाने तथा इण्डेक्स आनलाईन करने के निर्देश दिए। इस दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने रिकार्डरूम का भी निरीक्षण किया रिकार्डरूम में संग्रहित अभिलेखों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई, जिस पर बताया कि गया कि रिकार्ड रूम में वर्ष 1958 से अभिलेख है तथा सहारनपुर से भी अभिलेख प्राप्त हुए है। निरीक्षण के दौरान अभिलेखों को दुरस्थ करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए कि भूमि घोखाधड़ी न हो इसके लिए भूमि क्रय विक्रय के दौरान अभिलेखों का इण्डेक्स तैयार कर निम्नानुसार ब्यौरा तैयार किया जाए। 1- रजिस्ट्री में सम्बन्धित भूमि के क्रय -विक्रय के तीन ब्यौरे या बारह साल के भूमि के क्रय विक्रय का ब्यौरा (जो भी अधिक हो।) 2-कोआर्डिनेट का ब्यौरा 3- भारतीय नागरिकता, 4- 12 सितम्बर 2003 से पूर्व उत्तराखण्ड में अचल संपत्ति का ब्यौरा 5 क्रेता-विक्रेता के अनुसूचति जाति एवं जनजाति से सम्बन्धित होने का ब्यौरा 06 12.5 एकड़ से अधिक भूमि होने या न होने का ब्यौरा।
अपर जिलाधिकारी द्वारा स्पष्ट किया गया कि जिलाधिकारी द्वारा जनसामान्य से अपील की गयी कि सभी खरीद फरोख्त से पूर्व क्रेतागण यह सुनिश्चित कर लें कि भूमि पर किसी न्यायालय द्वारा स्थगन आदेष नहीं है यथा-गोल्डन फॉरेस्ट एवं पी०ए०सी०एल से संबंधी भूमि के मामले न हो अपर जिलाधिकारी द्वारा स्पष्ट किया गया कि CERSAT SEARCH REPORT एवं प्रमाणित खतौनी अपलोड करना बाध्यकारी नही है बल्कि स्वैच्छिक हैं किंतु आम नागरिकों को यह सलाह दी जाती है कि खरीद-फरोख्त के समय बंधक संपत्ति की उपरोक्त पोर्टल से सर्च रिपोर्ट प्राप्त करना सुनिश्चत करें।
आज शाम तक नगर निगम क्षेत्रांतर्गत कुल 250 विलेख पंजीकृत हुए हैं। निरीक्षण के दौरान उप निबन्धक आरडी मिश्रा, डीएम डोभाल सहित अन्य कार्मिक उपस्थित रहे।