देहरादून। उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में शुक्रवार को अन्तर्राष्ट्रीय नर्सिंग सप्ताह का विधिवत संपन्न हो गया। आयोजित कार्यक्रम में फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्म दिवस पर उनका भावपूर्ण स्मरण कर श्रद्धांजलि दी गई।
एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह की देखरेख में आयोजित समापन कार्यक्रम में आयोजन समिति के सदस्यों व विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने वाले नर्सिंग स्टाफ (डीएनएस, एएनएस, एसएनओ, एनओ) को चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर संजीव मित्तल व चीफ नर्सिंग ऑफिसर रीटा शर्मा ने प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया। इस दौरान अस्पताल में नर्सिंग से जुड़े विभिन्न क्रियाकलापों पर आधारित डाक्यूमेंट्री फिल्म ‘जर्नी ऑफ द नर्स इन एम्स ऋषिकेश’ का प्रदर्शन भी किया गया। इस डाक्यूमेंट्री को तैयार करने में एएनएस दनिश कृष्णन, अरूण रवि, अनुगृहा, सदीश, हेमंत, एसएनओ ट्रिंस, नर्सिंग ऑफिसर मनोज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टेक्निकल एंड एडिटिंग टीम में हैक्सा ब्रांडिंग कंपनी केलीकट, केरल के सदस्य नवजीवन, विष्णु एम., विपिन दास शामिल रहे।
इसके साथ ही, नर्सिंग सप्ताह के अंतिम दिन नर्सिंग विभाग द्वारा स्कूल एजुकेशन प्रोग्राम के तहत फुट हिल्स एकेडमी व एनडीएस स्कूल में बेसिक लाईफ सपोर्ट बीएलएस ट्रेनिंग दी गई। इस दौरान, एएनएस महेश देवस्थले, एसएनओ शालिनी, एनओ ईरा दयाल, भावना चंदेल, सुमन चौधरी, उमराव सिंह चौधरी ने स्टूडेंट्स को हार्ट कंप्रेशर के तौरतरीके, कृत्रिम सांस देने आदि से संबंधित जानकारी दी।
इस अवसर पर, डीएनएस कल्पना बिनिवाल, वंदना, अखिल टी., जिनो जैकब, कमलेश चंद्र बैरवा, जितेंद्र कुमार वर्मा, निखिल बी., पुष्पारानी समेत डीएनएस, एएनएस, एसएनओ, एनओ मौजूद थे।