बाराबंकी। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बाराबंकी जिले के कुर्सी क्षेत्र से बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के बहाने ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुये तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि बेरोजगार नवयुवकों को विभिन्न विभागों मे नौकरी दिलाने का झांसा देकर, उनकी फर्जी ट्रेनिंग सेंटर पर ट्रेनिंग कराकर उनसे करोड़ों रूपये की ठगी करने वाले सरगना अभिषेक प्रताप सिंह को उसके दो साथियों अतहर और नीरज के साथ कुर्सी क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है।
उन्होने बताया कि गिरोह का सरगना अभिषेक प्रताप लखनऊ में कृष्णानगर क्षेत्र के आलमबाग का मूल निवासी है। गिरफ्तार बदमाशों के पास ये कई सरकारी विभागों के फर्जी नियुक्ति पत्र और मुहरों के अलावा 46 लोगों के मूल शैक्षिक प्रमाणपत्र और अंकपत्र बरामद किये गये हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि एक सूचना के आधार पर शुक्रवार देर शाम कुर्सी क्षेत्र में अनवारी गांव के बाहर सड़क किनारे बने एक घर पर छापामारी कर एसटीएफ ने तीन शातिरों को धर दबोचा। बदमाशों ने यह घर किराये पर ले रखा था। तीनो शातिर अब तक बेरोजगारों से करोड़ों रूपये की ठगी कर चुके हैं।
पूछताछ पर अभिषेक प्रताप ने बताया कि वे लोग मिल कर बेरोजगार/ग्रामीण क्षेत्र के नव-युवकों को निशाना बनाकर उन्हे सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर रूपये की ठगी करते हैं। इसके लिये वे शहर के किनारे एकांत में एक मकान देखकर उसे किराये पर लेते हैं और वहां नौकरी से सम्बंधित विभाग की पोस्टर होर्डिंग, फर्नीचर आदि की व्यवस्था कर उसे ट्रेनिंग सेंटर में परिवर्तित कर देते हैं, फिर चिन्हित किये गये बच्चों से प्रति व्यक्ति दो से तीन लाख रूपये लेकर उन्हें नौकरी की ट्रेनिंग दिलाने के नाम पर बुलाते हैं।