चमोली। उत्तराखंड में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्टों में शुमार बद्रीनाथ मास्टर प्लान र्निमाण कार्य के प्रथम चरण के कार्य इस वर्ष पूरे होने की सम्भावना है।
बद्रीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत पुनर्निर्माण कार्य तेजी चल रहे है। इस वर्ष आखिर तक बद्रीनाथ में मास्टर प्लान के अधिकांश कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। पीएमओ से लेकर उत्तराखंड शासन व प्रशासन द्वारा पुनर्निर्माण कार्यो की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है।
बुधवार को जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बद्रीनाथ धाम में मास्टर प्लान के अन्तर्गत संचालित पुनर्निर्माण कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बदरीनाथ जीएमवीएन में प्रोजेक्ट इंप्लिमेंटेशन यूनिट (पीआइयू) के अधिकारियों, आईएनआई के डिजाइन कन्सल्टेंट, वाडिया इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञों एवं तकनीकी एक्सपर्ट के साथ संचालित निर्माण कार्यो की विस्तृत समीक्षा भी की।
हिमांशु खुराना ने कार्यदायी संस्थाओं रिवरफ्रंट डेवलपमेंट कार्यो को प्राथमिकता पर रखते हुए मास्टर प्लान के तहत संचालित पुनर्निर्माण कार्यो को गुणवत्ता के साथ तेजी से पूरा करने के र्निदेश दिये हैं।
बद्रीनाथ धाम में रिवर फ्रंट डेवलपमेंट, अराइवल प्लाजा, अस्पताल विस्तारीकरण, मंदिर का सौन्दर्यीकरण कार्य तेजी चल रहा है। जबकि शेष नेत्र व बद्रीश झील सौन्दर्यीकरण कार्य अंतिम चरण में है। वही बीआरओ बाईपास, वन वे लूप रोड़ का निमार्ण कार्य पूरा कर लिया गया है।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम कुमकुम जोशी, यात्रा मजिस्ट्रेट युक्ता मिश्रा, पीआईयू के अधिशासी अभियंता विपुल सैनी, अनिरुद्ध काला, आईएनआई के डिजाइन कन्सलटेंट धर्मेश गंगानी, वाडिया इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञ एवं तकनीकी संस्थाओं के एक्सपर्ट, ईओ सुनील पुरोहित सहित निर्माण एजेंसियों के अधिकारी मौजूद थे।