देहरादून। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग स्थित भगवान शिव के ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग बाबा केदारनाथ धाम यात्रा को जाते श्रद्वालुओं से मारपीट करने वाले पांच घोड़ा खच्चर संचालकों के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। साथ ही, उनके लाइसेंस जब्त करने की कार्रवाई की जा रही है।
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि केदारनाथ धाम यात्रा पर आयी श्रद्धालु तनुका पौण्डार, निवासी महिपालपुर, दिल्ली ने कोतवाली सोनप्रयाग पर शिकायत की गयी कि वे दिनांक 10 जून को गौरीकुण्ड से केदारनाथ यात्रा के लिए पैदल निकले थे। रास्ते में भीमबली पुल के पास एक घोड़ा बुरी हालत में गिरा हुआ था। जिसकी वजह से वे वहां पर रुके और आस-पास के लोगों से मदद मांगी, परन्तु किसी के द्वारा कोई मदद नहीं की गयी। इसी दौरान एक व्यक्ति वहाँ पर अन्य जीवों को बुरी तरह मार रहा था, इनके द्वारा उसे केवल यही कहा गया कि ऐसा क्यों कर रहे हो। ऐसा बोलते ही घोड़ा संचालक की भीड़ वहॉं पर आयी और चार-पांच लोग उनके साथ मार-पीट और बदतमीजी करने लगे। साथ ही उनके द्वारा इनको उत्तराखण्ड छोड़ने की धमकी भी दी गयी। शिकायतकर्ता द्वारा यह शिकायत दिनांक 12 जून को कोतवाली सोनप्रयाग पर वापस आते समय दी गयी।
शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर कोतवाली सोनप्रयाग पर भादवि की सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रचलित की गयी। सूत्रों ने बताया कि विवेचना के दौरान, मारपीट की घटना में शामिल पांच अभियुक्तों का चिन्हीकरण कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही अमल में लायी गयी है। इनमें अंकित सिंह पुत्र स्व0 श्री प्रकाश सिंह, सन्तोष कुमार पुत्र रघुवीर लाल, रोहित कुमार पुत्र रोशन लाल सभी निवासी ग्राम आसो, जयकण्डी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग, गौतम पुत्र आनन्द लाल निवासी ग्राम जाखन भरदार, थाना व जिला रुद्रप्रयाग शामिल हैं। इनके अतिरिक्त, एक नाबालिग बालक भी इनमें शामिल है, जिसके सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही अलग से की गयी है। पुलिस द्वारा इनके घोड़े संचालन हेतु जारी किये गये लाइसेन्स निरस्तीकरण विषयक अनुरोध भी सम्बन्धित विभाग से किया गया है।