भोपाल। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिला निवासी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बैजनाथ सिंह यादव ने आज एक महत्वपूर्ण राजनैतिक घटना के बीच पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया। श्री यादव वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक रहे हैं और वे उनके साथ ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
यादव ने प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी को प्रेषित पत्र में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने की बात कही है। श्री यादव ने कहा कि उनका त्यागपत्र तत्काल प्रभाव से स्वीकार किया जाए और पार्टी के सभी दायित्वों से मुक्त किया जाए।
शिवपुरी जिले के कैलारस क्षेत्र में काफी प्रभाव रखने वाले श्री यादव बुधवार को यहां प्रदेश कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं। वे अपने समर्थकों के साथ बुधवार को राज्य की राजधानी में रहेंगे। यह भी माना जा रहा है कि श्री यादव कैलारस विधानसभा सीट से आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर प्रत्याशी हो सकते हैं।
दरअसल यादव पहले भी कांग्रेस में थे। वे वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ लगभग सवा तीन साल पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। बताया गया है कि इन दिनों श्री यादव, सिंधिया से संतुष्ट नहीं हैं। राजनैतिक हलकों में यादव के कांग्रेस में शामिल होने की खबरों के बीच प्रदेश भाजपा संगठन की ओर से सोमवार को उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
इसी पत्र के जवाब में यादव ने सबनानी को पत्र लिखकर अपना त्यागपत्र दे दिया। यह त्यागपत्र प्रदेश कांग्रेस की ओर से सोशल मीडिया पर जारी किया गया है। यादव ने इस पत्र में लिखा है, ”मैं विगत 03 वर्षों से भाजपा प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य हूं, किंतु इन तीन वर्षों में मैंने पार्टी की ओर से उपेक्षा का दंश झेला है, इस कारण से मैं आज दिनांक 13़ 06़ 2023 को भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पद से त्यागपत्र दे रहा हूं।”
इस बीच राजनैतिक प्रेक्षकों ने कहा कि बैजनाथ सिंह यादव यदि कांग्रेस में औपचारिक तौर पर शामिल हो जाएंगे, तो यह घटनाक्रम ज्योतिरादित्य सिंधिया के परंपरागत गढ़ में कांग्रेस की एक सेंधमारी कही जा सकती है। सिंधिया का प्रभाव ग्वालियर, शिवपुरी और गुना क्षेत्र में भी माना जाता है, हालाकि गुना संसदीय सीट से सिंधिया को वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर पराजय का मुंह देखना पड़ा था। इसके बाद मार्च 2020 के राजनैतिक घटनाक्रम के चलते वे भाजपा में आए और बाद में मध्यप्रदेश से भाजपा के टिकट पर राज्यसभा पहुंचे।