शिलांग। मेघायल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने का विरोध करते हुए कहा है कि यह देश के वास्तविक विचार के खिलाफ है।
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से कहा, “यूसीसी भारत के वास्तविक विचार के खिलाफ है। भारत एक विविधतापूर्ण देश है और विविधता ही हमारी ताकत है। हमें नहीं पता कि किस तरह का विधेयक आएगा। इसलिए वास्तविक मसौदे को देखे बिना अधिक विवरण में जाना मुश्किल होगा।”
एनपीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संगमा ने देश की विविधता का हवाला देते हुए कहा कि मेघालय अपने मातृसत्तात्मक समाज के माध्यम से एक अद्वितीय सांस्कृतिक पहचान रखने का उदाहरण है। मेघालय की प्रमुख जनजातियाँ – खासी, जैंतिया और गारो – मातृवंशीय प्रणाली का पालन करती हैं, जहाँ वंश माँ के माध्यम से चलता है। परिवार की सबसे छोटी बेटी (खतदुह) को पैतृक संपत्ति और अन्य संसाधन विरासत में मिलते हैं। शादी के बाद पुरुष महिलाओं के घर चले जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा “उदाहरण के लिए हम एक मातृसत्तात्मक समाज हैं और यही हमारी ताकत रही है और यही हमारी संस्कृति रही है और इसे बदला नहीं जा सकता है।”
यह देखते हुए कि देश के पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र की अपनी अनूठी संस्कृति और पहचान और हमारे समाज के अनूठे तरीके हैं, संगमा जो कि गारो समुदाय से हैं ने कहा, “हम चाहेंगे कि यह बना रहे और हम नहीं चाहेंगे कि इसे छुआ जाए।”उन्होंने कहा कि पार्टी इंतजार करेगी और विधेयक के वास्तविक प्रारुप को देखेगी।